राष्ट्रपति ट्रंप की दूसरी पारी आज से, कैपिटल रोटुंडा में लेंगे शपथ
वाशिंगटन. अमरीका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप सोमवार को पद की शपथ लेकर वाइट हाउस में अपनी दूसरी पारी की शुरूआत करेंगे। राजधानी में कड़ाके की ठंड (संभावित तापमान -7 डिग्री) के चलते 40 साल बाद राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह कैपिटल हिल के बाहर होने के बजाय संसद के अंदर कैपिटल रोटुंडा (गुंबद के नीचे मुख्य हॉल) में होगा। राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप अपना पहला भाषण भी यहीं देंगे, जिसमें वे अपने एजेंडा का खुलासा करने के साथ देश-दुनिया को संदेश देंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप 1955 में अपनी मां द्वारा दी गई बाइबिल के साथ भारतीय समयानुसार रात 10.30 बजे शपथ लेंगे। अमरीका और दुनिया के करीब 500 अति विशिष्ट लोग समारोह के भागीदार बनेंगे। इनमें अमरीका के सभी जीवित पूर्व राष्ट्रपतियों के अलावा इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, हंगरी के राष्ट्रपति विक्टर ओर्बन, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली तथा अरबपति एलन मस्क, जेफ बेजोस और मार्क जकरबर्ग शामिल है। समारोह में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल होंगे। समारोह के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम के लिए करीब 30000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
वाशिंगटन पहुंचकर लंच दिया
शपथ ग्रहण के लिए ट्रंप अपने परिवार के साथ रविवार को वाशिंगटन पहुंच गए। उनकी ओर से आयोजित लंच में उनके नामित मंत्रियों, गणमान्य लोगों और टेक दिग्गजों के अलावा भारत के उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी भी शामिल हुई।
विरोध में निकाली गई रैली
ट्रंप के सत्तासीन होने से पहले ही उनके एजेंडे के खिलाफ महिला और मानवाधिकार समूहों ने विरोध शुरू कर दिया है। रविवार को लगातार दूसरे दिन हजारों लोगों ने वाशिंगटन में विरोध रैली निकाली और ट्रंप और टेस्ला प्रमुख मस्क के खिलाफ नारे लगाए।
अप्रेल में भारत आ सकते हैं ट्रंप
ट्रंप राष्ट्रपति बनने के बाद पहले विदेश दौरे पर चीन जा सकते हैं वहीं अप्रैल में क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होने भारत आ सकते हैं। अमरीकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने चीन व भारत यात्रा के बारे में अपने सलाहकारों से चर्चा की है। जानकारों के अनुसार पिछले माह भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के वाशिंगटन दौरे के समय ट्रंप टीम की प्रारंभिक स्तर की बातचीत हुई थी। भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और संयुक्त राज्य अमरीका के संगठन क्वाड का शिखर सम्मेलन इस साल भारत में होना है। यह भी विचार है कि ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस वसंत में वाइट हाउस में बैठक के लिए आमंत्रित कर सकते हैं। चीन के खिलाफ व्यापार में अतिरिक्त टैरिफ लगाने के चुनावी वादे के बावजूद ट्रंप बीजिंग से संबंध सुधारना चाहते है। ट्रंप ने शनिवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत की थी।