सुस्त पुलिसिंग , अपनी सुरक्षा अपने हाथ


न्यूज एक्शन। आपने सार्वजनिक स्थलों पर ‘‘ व्यक्ति अपने समान की सुरक्षा स्वंय करें ’’ लिखा देखा होगा। कुछ इसी तरह के हालात इन दिनों ऊर्जाधानी कोरबा में बन चुका है। अपराधियों के सामने पुलिसिंग पस्त हो गई है। लिहाजा ऐसी स्थिति में अपने परिजन तथा जानमाल की सुरक्षा का जिम्मा स्वयं को उठाने की स्थिति पैदा हो रही है। वैसे तो पुलिस को जनता की सेवा और रक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन इस मामले में कोरबा पुलिस महकमा फिसड्डी साबित हो रहा है। बढ़ती लूट, चोरी की वारदातों के बाद अब अपहरण के मामले भी सामने आ रहे है। इन वारदातों में किसी बाहरी गिरोह के हाथ होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। अपराधी वारदात को अंजाम देेने के बाद भी पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे है। ऐसी स्थिति में गंभीर वारदातों का खतरा बना हुआ है। जिसे देखते हुए अपनी सुरक्षा अपने हाथ की चर्चा लोगों के बीच हो रही है। चर्चाओं में यह बात सुनने को मिल रही है कि अगर आपका बच्चा स्कूल जाता है तो आप ही उसे लाना ले जाना करें, बच्चे को अकेले घर के बाहर खेलने न दें। उनके खेलने के समय घर का कोई सदस्य साथ रहे । अगर आप व्यापारी है तो शाम ढलते ही संस्थान बंद कर घर लौट जाए। यह तमाम तरह की चर्चाएं जिले में लचर पुलिसिंग की ओर इशारा कर रही है।

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