धान खरीदी शुरू होने के साथ अवैध वसूली करने वाली गैंग सक्रिय
उपार्जन केंद्रों में पहुंचकर कर रहे धमकाने का काम
कोरबा 26 नवम्बर। आपने ठीक तरह पानी निकासी की व्यवस्था नहीं की है। जहां-तहां शेड सही नहीं है। किसान कई प्रकार से शिकायत कर रहे हैं। इसलिए हमारा ख्याल करो वरना बात उपर तक जाएगी और फिर समस्या होगी।
यह अंदाज है भ्रष्टाचार और मानव अधिकार की दुकान चलाने वालों का। वे धान खरीदी सीजन 2024-25 की शुरुआत होने के साथ सक्रिय हो गए हैं। कोरबा जिले में धान खरीदी 14 नवंबर से प्रारंभ हुई है जो पूरे दो महीने तक चलना है। 65 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी के लिए त्रि-स्तरीय व्यवस्था की गई है। जिले में धान का रकबा पिछले वर्ष की तुलना बढ़ा है और किसानों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है। कारण बताया जा रहा है कि पिछले विधानसभा चनाुव में नए समर्थन मूल्य की घटना के कारण किसानों का उत्साह बढ़ा है। इस नाते कई प्रकार से परिवर्तन हुए हैं। अनेक दूरस्थ उपार्जन केंद्रों से इस तरह की चीजें सामने आ रही है कि अभी से अवैध वसूली करने वाली गैंग सक्रिय हो गई है। ये कभी बोगस प्रेस कार्ड लेकर पहुंचते हैं तो कभी भ्रष्टाचार निवारण और मानव अधिकार समिति के नाम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। ऐसी टीमें संगठित रूप से आती हैं ताकि दबाव बना सकें। वे अपने अधिकार संपन्न होने का वास्ता देने के साथ बताती है कि केंद्र में काम कैसे होना चाहिए। पहले धमकाने-चमकाने का काम होता है और बात नहीं बनने पर शिकायत पर पहुंच जाते हैं। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य अवैध वसूली का है।