जिल्गा पहुंचे हाथियों के दल ने फसलों को किया चौपट

निगरानी के साथ वन अमला जुटा नुकसानी आंकलन में

कोरबा 25 सितंबर। वनमंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज में एक बार फिर बड़ी संख्या में हाथी पहुंच गए हैं। पड़ोसी जिले रायगढ़ के धरमजयगढ़ वनमंडल के कोइलार क्षेत्र से अचानक धमके हाथियों के दल ने रेंज अंतर्गत जिल्गा व आसपास के गांवों में उत्पात मचाते हुए लगभग डेढ़ दर्जन ग्रामीण की बड़ी मात्रा में धान फसल को चौपट कर दिया है।

हाथियों के क्षेत्र में आने तथा उत्पात मचाकर फसलों को नुकसान पहुंचाए जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग का अमला हाथियों की निगरानी करने के साथ ही नुकसान का आंकलन करने में जुट गया है। वहीं जिल्गा व आसपास के गावों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क भी किया जा रहा है। वन विभाग के सूत्रों के अनुसार 30 की संख्या में पहुंचे हाथियों का दल जिल्गा जंगल में प्रवेश करते हुए दो-तीन झुंडों में बंट गया और ग्रामीणों के खेतों में पहुंच वहां लगे धान की फसल को रौंदने के साथ चौपट कर दिया। बड़ी संख्या में हाथियों के क्षेत्र में पहुंचने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। उन्हें यह डर सता रहा है कि कहीं हाथी उनकी बस्ती में घुसकर बड़ा नुकसान न पहुंचा दे। हालांकि वन विभाग का अमला हाथियों को बस्ती में प्रवेश करने से रोकने के लिए रणनीति बना रहा है।

इस बीच कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में मौजूद हाथियों का दल भी दो झुंड में बंट गया है जिसमें से एक झुंड जल्के तथा दूसरा सेमरहा में विचरण कर रहा है। सेमरहा में 11 हाथी हैं जबकि जल्के में मौजूद 10 हाथी अभी जंगल में डेरा डाले हुए हैं। वहीं डिविजन के केंदई रेंज में 27 हाथियों के सक्रिय होने की खबर है, जो लगातार फसलों को नुकसान पहुंचाकर वन विभाग के साथ-साथ ग्रामीणों के नाक में दम कर रखा है। वन अमला अब तक हाथियों के उत्पात को रोकने में असफल रहा है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।

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