हाथरस काण्ड : अस्पताल में लाशों का ढेर देख पुलिसकर्मी की हार्ट अटैक से मौत
सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में अब तक 134 लोगों की मौत
हादसे को लेकर PM नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने फोन पर CM योगी आदित्यनाथ से बात की
हाथरस 02 जुलाई. उत्तर प्रदेश के हाथरस में ‘भोले बाबा’ के सत्ससंग के दौरान बड़ा हादसा हो गया. हादसे में 134 लोगों की मौत हो गई है. हाथरस में 107 और एटा में 27 लाशें अब तक गिनी जा चुकी हैं. एटा में मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही को हार्ट अटैक आ गया. इससे उसकी मौत हो गई.
बताया जा रहा है कि कांस्टेबल क्यीआरटी अवागढ़ में तैनात था. उसे मेडिकल कॉलेज आपात ड्यूटी पर बुलाया गया. इतनी लाशें देखकर वह बर्दाश्त न कर सका. उसे हार्ट अटैक आ गया. सिपाही मूल रूप से अलीगढ़ जिले के बन्ना देवी थाना क्षेत्र के सिद्धार्थनगर का रहने वाला था.
कैसे हुआ हादसा
सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में ‘भोले बाबा’ के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई. हादसे में प्रशासन की लापरवाही बताई जा रही है. जानकारी के अनुसार सत्संग में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं थी. क्षमता से ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई थी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सत्संग खत्म होने के बाद बाहर निकलने की जल्दबाजी में भगदड़ मच गई. देखते ही देखते स्थिति खराब हो गई और लोग एक-दूसरे के नीचे दब गए. भगदड़ में बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई. जानकारी के मुताबिक, प्रवचन खत्म होने के बाद भोले बाबा उर्फ सरकार हरि की गाड़ी के पीछे श्रद्धालु भागे थे. श्रद्धालु बाबा के पैर छूने और आशीर्वाद लेना चाह रहे थे. इस वजह से भगदड़ मच गई.
जांच के आदेश
हाथरस में राहत कार्य में लगे लोगों का कहना है कि मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है. अभी भी पंडाल में कुछ लोगों के दबे होने की खबर है. इस हादसे को लेकर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. वहीं दुर्घटना पर मुख्यमंत्री ने जताया शाेक जताते हुए गहन जांच के आदेश दिए है.