मोबाइल में रिकार्डिंग कर दिया पत्नी को तीन तलाक, पति पर अपराध दर्ज

कोरबा 22 अपै्रल। मोबाइल पर तीन तलाक की रिकार्डिंग कर पत्नी को भेज कर तलाक दे दिए जाने का मामला सामने आया है। इस घटना की शिकायत पीड़िता ने पुलिस से की है। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने आरोपित पति के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर लिया है।

सीएसईबी पुलिस चौकी अंतर्गत काशीनगर में निवासरत एक युवती का निकाह 17 अप्रैल 2013 को कटक ओडिशा मोहम्मदपुर निवासी सैय्यद अफजल बारी के साथ कोरबा में हुआ था। निकाह के बाद युवती अपने पति के घर कटक ओड़िसा मोहम्मदपुर चली गई थी। युवती का कहना है कि निकाह के पहले से ही अफजल बारी शराब पीता था, इसकी जानकारी पीड़िता या उसके परिवार को नहीं थी। ससुराल पहुंचने पर पीड़िता को अफजल प्रताड़ित कर शराब के नशे में उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट भी करता था। इससे तंग होकर उसने विरोध किया, तो उसने फोन पर रिकार्डिंग भेजकर पत्नी को तीन तलाक दे दिया। इसके साथ ही दबाव डालकर ससुराल से बाहर निकाल दिया। इस पर वह अपने पति के परिचित व्यक्ति के घर ओड़िशा के चटरा चली गई। कुछ दिन तक वहां रही, विवाद सुलझाने के लिए दोनों परिवारों के बीच सामाजिक बैठकें भी हुई। इसमें अफजल ने पत्नी को आश्वासन दिया कि अभी वह अपने मायके चली जाए, तीन माह बाद वह उसे वापस घर ले आएगा, पर अफजल अपनी पत्नी को लेने कोरबा नहीं आया। अफजल ने मई 2023 में ही पत्नी को तलाक दे दिया था। इस दौरान बातचीत कर विवाद को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन समाधान नहीं हो सका। तब उसने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। आरोपित पर मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण अधिनियम 2019 की धारा-4 और आइपीसी की धारा के तहत गाली-गलौज और धमकी देने का केस दर्ज किया गया था।

विवाहिता ने पुलिस को बताया कि तीन तलाक के बाद जून 2023 में उसके ससुराल मोहम्मदपुर में एक सामाजिक बैठक हुई।
इसमें सुन्नी मुस्लिम कमेटी के सदस्य भी शामिल हुए। उसके भाई, भतीजा और परिवार के अन्य सदस्यों को भी बुलाया गया था। सामाजिक बैठक में अफजल ने अपनी गलती स्वीकार किया था। तीन माह तक मायके में रहने के लिए कहा था और हलाला के बाद महिला को दोबारा अपने साथ रखने का आश्वासन दिया था। लेकिन बाद में अफजल अपने वादे से पलट गया। उसकी नौ साल की एक बच्ची भी है। नए कानून के तहत तीन तलाक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, बावजूद इस पर रोक नहीं लग सकी है।

Spread the word