थाने के अंदर निजी कंपनी के लोगों ने भू-विस्थापितों को पीटा, थाने का घेराव कर किया हंगामा
कोरबा 08 दिसम्बर। कुसमुंडा कोयला खदान में संचालित एक निजी कंपनी के नुमाइंदो और भू-विस्थापितों के बीच विवाद हो गया। मामला थाना पहुंचा और दोनों पक्ष के समर्थकों की भारी भीड़ लग गई। थाने के अंदर प्रभारी की मौजूदगी में कंपनी के लोगों ने कुछ भू-विस्थापितों की पिटाई कर दी। इसके विवाद बढ़ गया, सैकड़ों की संख्या में भू-विस्थापित थाना का घेराव कर दिए और जमकर कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की गई।
कुसमुंडा में संचालित मां पार्वती ट्रांसपोर्ट कंपनी की कोल क्रसिंग की साइडिंग संचालित है। यहां कोयला खदान के प्रभावित भू-विस्थापितों को नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर करीब छह माह पहले आंदोलन किया था, उस वक्त स्थानीय लोगों को नौकरी देने का आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त किया गया था। काफी समय गुजर जाने के बाद भी नौकरी नहीं दिए जाने से नाराज होकर गोविंद सारथी व विष्णु पटेल समेत कुछ भू-विस्थापित गुरूवार को कंपनी के कैंप में गए थे। भू-विस्थापितों का आरोप है कि यहां मौजूद उमेंद सिंह तोमर व सैलू ने गोविंदा व विष्णु के साथ हाथापाई करते हुए विवाद किया। इसकी जानकारी मिलने पर काफी संख्या में भू-विस्थापित पहुंच गए। तनाव की स्थिति निर्मित होने की सूचना मिलने पर कुसमुंडा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को थाना ले आए। यह खबर फैलते ही खेमेबाजी शुरू हो गई और दोनों ही पक्ष के लोग थाना परिसर में जुटने लगे। देखते ही देखते 200 से अधिक लोग थाने में एकत्रित हो गए। बताया जा रहा है कि दोनों पक्ष अपनी- अपनी बात थाना प्रभारी के सामने रख रहे थे, इस दौरान आवेश में आकर उमेंद सिंह समेत उनके लोगों ने पुन: गोविंद व विष्णु के अलावा प्रताप सिंह व बृजेश श्रीवास केसाथ मारपीट करना शुरू कर दिए। इससे बात बिगड़ गई और हंगामा होने लगा, किसी तरह पुलिस कर्मियों ने हाथापाई करने वालों को हिरासत में लेकर भीड़ को थाने के अंदर से बाहर खदेड़ा। नाराज भू-विस्थापितों ने थाने के अंदर दादागिरी करने का आरोप लगाते हुए मां पार्वती ट्रांसपोर्ट कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आरोपितों पर सख्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार करने की मांग की। पुलिस ने उमेंद सिंह तोमर समेत कुछ लोगों को हिरासत में लेकर 151 के तहत कार्रवाई की है। रात करीब आठ बजे तक कुसमुंडा थाना परिसर में भीड़ लगी रही।
थाना के अंदर विवाद होने की सूचना मिलने पर दर्री सीएसपी राबिंसन गुड़िया थाना पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। ला एंड आर्डर बिगाड़ने की कोशिश करने से नाराज सीएसपी ने उपद्रवियों पर सख्ती भी बरता। साथ ही थाना के अंदर लगे सीसीटीवी फूटेज भी निकलवाए। थाना के अंदर मारपीट करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। माना जा रहा है कि कुछ भू-विस्थापितों के खिलाफ भी काउंटर केस दर्ज किया जा सकता है। कुसमुंडा कोयला खदान क्षेत्र है, इसलिए आए दिन यहां विवाद की स्थिति निर्मित होती है, पर थाना के अंदर जिस दुस्साहिक ढंग से हंगामा किया गया, वह पुलिस के लिए चुनौती साबित हुआ। बताया जा रहा है कि भू-विस्थापितों में छत्तीसगढिया क्रांति सेना के भी समर्थक थे। मां पार्वती ट्रांसपोर्ट कंपनी के कुछ नुमाइंदों पर कोयला, डीजल की चोरी में लिप्त अपराधियों को संरक्षण देने का भी आरोप पहले लगते रहे हैं।