विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी पुलिस प्रशासन: बदमाशों पर कसेगा शिकंजा
मोटर व्हीकल एक्ट व नियमों की धज्जी उड़ाने वालों पर होगी कार्रवाई
कोरबा 24 सितंबर। विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा कराने की तैयारी में जिला पुलिस प्रशासन अभी से जुट गई। थाना व पुलिस प्रभारियों की बैठक लेकर उन्हे चुनाव के लिए अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है। चुनाव आयोग के नक्शे कदम पर चलते हुए कानून की अवहेलना करने वालों पर कार्रवाई के लिए पुलिस को प्रशिक्षित किया जा रहा है। साथ ही मोटर व्हीकल एक्ट व नियमों की धज्जी उड़ाने वालों पर कार्रवाई के लिए कहा गया है। थाने-चौकियों में दर्ज अपराध के आधार पर गुंडे-बदामाशों सूची तैयार की जा रही। शांति पूर्ण मतदान के लिए किसी भी शर्त गुंडे बदमाशों की धाक नहीं चलने दी जाएगी।
आचार संहिता की आहट के साथ प्रदेश में आसन्न विधानसभा चुनाव को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो गई है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर तत्पर सहयोग के लिए पुलिस प्रशासन ने चुनाव से संबंधित तैयारी तेज कर दी है। निर्वाचन की दृष्टि से जिले के चार विधानसभा कोरबा, कटघोरा, पाली तानाखार व रामपुर में विधायक पद के लिए चुनाव होना है। इन विधानसभाओं में विभिन्न राजनैतिक दलों के अलावा स्वतंत्र प्रत्याशी मैदान पर होंगे। जाहिर सी बात है प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदाताओं के बीच मतदाताओं पक्ष में मतदान कराने की होड़ रहेगीं। प्रचार प्रसार की आड़ में असामाजिक तत्व उत्पात मचा सकते हैं। मतदान स्थल पर विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है। इसके अलावा कई अन्य घटनाएं घटित होने की संभावना बनी रहती है। जिससे चुनाव में अशांति का माहौल निर्मित हो सकता है। इन तमाम परिस्थितियों को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने कवायद तेज कर दी है। बीते दिनों थाना चौकी प्रभारियों की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के अलावा लघु अधिनियम की कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं।
साफ तौर पर कहा गया है कि उन असामाजिक तत्वों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए जो शांति व्यवस्था में खलल पैदा कर सकते हैं। इसके अलावा नियमों को ताक पर रख वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। यह कार्रवाई पुलिस ने तेज कर दी है। जिले के विभिन्न थाना चौकी क्षेत्र में कई ऐसे बदमाश हैं जिनके खिलाफ अलग.अलग क्षेत्रों में अपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे बदमाशों की सूची तैयार की जा रही है। इसके अलावा निगरानी व गुुंडा बदमाशों के रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं। यदि पुलिस की चेतावनी के बाद उनके व्यवहार में सुधार आया है तो उन्हें माफी बदमाश में शामिल किया जा रहा है। वहीं कई ऐसे भी हैं जिनकी संलिप्तता अपराधिक गतिविधि में पाई जा रही है उनकी सूची तैयार की जा रही हैए ताकि चुनाव के दौरान किसी प्रकार का खलल पैदा न कर सके। बहरहाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस की सख्ती से असामाजिक तत्वों में हड़कंप मचा हुआ है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा की माने तो विधानसभा चुनाव को शांतिर्पूण कराने की तैयारी में पुलिस प्रशासन जुट गई है। थाना प्रभारियों की बैठक आयोजित कर दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं। जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस की पैनी नजर रहेगी, ताकि बिना बाधा के निष्पक्षतापूर्ण चुनाव संपन्न कराई जा सके।
तहसील कार्यालय में बांडओवर की कार्रवाई:-जिले में कई ऐसे बदमाश हैं जिनकी अपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता लगातार पाई जा रही है। सुधार नहीं आने की गुंजाइश से उन पर लगातार निगारानी की जा रही है। अथवा उन पर थानों में तीन या उससे अधिक अपराध पंजीबद्ध हैं ऐसे बदमाशों के खिलाफ धारा 110 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की भी योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा एसडीएम व तहसील कार्यालय में बांडओवर की कार्रवाई भी करने कहा गया है।
जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में चौकसी तेज:-राज्य में नए जिलों के गठन से जिले के सीमवर्ती क्षेत्रों में परितर्वतन आया है। जिला पुलिस कप्तान यू उदय किरण के दिशा निर्देश पर जिले में विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न् कराने सरहद पर पुलिस की पैनी निगाह होगी। इसके लिए राज्य व पड़ोसी जिले की पुलिस से सामंजस्य स्थापित कर जांच पड़ताल की जाएगी। जिला पुलिस ने चुनाव के मद्देनजर सरहदी इलाके में नाके का चिन्हांकन शुरू कर दिया है, ताकि जवानों की तैनाती की जा सके।
105 निगरानीशुदा व 106 गुंडा बदमाश सूची में शामिल:-जिले के विभिन्न थानों में दर्ज अपराध के आधार पर सूची तैयार की गई है। जिसके मुताबिक वर्तमान में 105 निगरानीशुदा व 106 गुंडा बदमाश हैं, जबकि 82 ऐसे हैं जिनके व्यवहार में पुलिस की समझाइश के बाद सुधार हुआ है। वे अपराध से तौबा कर चुके हैं। उनका नाम माफी बदमाश में शामिल किया गया है। वहीं चार के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई हुई है। शांति व्यवस्था के निर्धारत मापदंड के बीच आड़े आने वाले राजनैतिक प्रतिनिधियों को भी नहीं बख्शा जाएगा।