प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी में कोरबा जिले के एस सी-एस टी की उपेक्षा से नाराजगी

कोरबा 27 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हाल ही में घोषित कार्यकारिणी में कोरबा जिले के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग की उपेक्षा से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी व्याप्त है। शीघ्र ही समाधान नहीं निकाला गया तो मामले की शिकायत पार्टी हाईकमान से की जा सकती है और आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है।

इस सिलसिले में जिले में कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता बुधराम सिंह कंवर ने कहा है कि कोरबा आदिवासी बाहुल्य जिला है। यहां हजारों की संख्या में आदिवासी वर्ग के लोग कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुये है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारिणी गठन में कोरबा जिला को महत्व देते हुए आधा दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति प्रदेश कांग्रेस के सचिव पद पर की गयी है, लेकिन इसमें एक भी आदिवासी वर्ग के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रदेश स्तर के पद पर कोरबा जिले से नहीं लिया गया है। इसी तरह अनुसूचित जाति वर्ग से भी किसी पार्टी कार्यकर्ता को स्थान नहीं दिया गया है। इस वजह से कोरबा जिले के एस.टी./एस.सी. वर्ग के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में असंतोष व्याप्त है।

कांग्रेस नेता बुधराम सिंह कंवर ने कहा है कि कोरबा जिले के चार विधानसभा क्षेत्र में से तीन विधान सभा क्षेत्र में चुनाव में जीत दर्ज कराने में एस.टी./एस.सी. वर्ग की बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज स्वयं आदिवासी वर्ग से हैं। समय रहते इस बड़ी भूल को सुधारना चाहिए। साथ ही उन्हें सजग होना चाहिए कि उन्हें कौन गुमराह कर रहा है।

आदिवासी नेता ने कहा है कि अगर शीघ्र ही कोरबा जिले से प्रदेश कांग्रेस कमेटी में एस.टी./एस.सी. वर्ग को स्थान नहीं दिया जाता है, तो अखिल भारतीय कांगेस कमेटी के अध्यक्ष श्री खड़गे को दिल्ली जाकर छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कार्यकर्ताओं की हो रही उपेक्षा से अवगत करा कर न्याय की मांग की जाएगी।

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