कूटरचित ढंग से दस्तावेज तैयार कर निजी बता कंवर समाज की बेच दी जमीन, ग्रामीणों ने कि निष्पक्ष जांच की मांग
कोरबा 14 अगस्त। ब्लाक मुख्यालय से लगे बृहस्पति बाजार पाली रोड पर स्थित ग्राम मादन में कंवर समाज की आवंटित जमीन और कच्ची मकान को 30 साल पहले एक पटवारी को किसानों के कार्य करने के लिए दिया गया था, जिसे कूटरचित दस्तावेज तैयार कर निजी बताते हुए कच्ची मकान को बेच दिया गया। राजस्व विभाग की जांच में यह मामला सामने आया। इसकी पोल तब खुली जब कच्चे मकान को तोड़कर नींव कालम खड़ी तैयार किया जा रहा था। कंवर समाज के लोगों द्वारा मकान बना रहे मालिक को बुलाकर गांव में बैठक किए, तब मालिक कुछ जवाब देने के बजाए उठकर चला गया।
समाज के लोगों ने तहसील व थाना में इसकी शिकायत की, तब कुछ दिन निर्माण कार्य में रोक लगी, पर बाद में पुनरू चालू कर दिया। कंवर समाज द्वारा तहसील में शिकायत पर राजस्व विभाग का प्रशासनिक अमला जांच किया। इस दौरान यह बात सामने आई कि संबंधित विभाग की ओर से कंवर समाज की भूमि को अमृताबाई पिता भूवन प्रसाद साकिन पाली के नाम 10 डिसमिल बताया गया। यह बात सुनकर कंवर समाज के लोगों का जमीन तले पैर खिसक गई और उक्त भूमि को लेकर विवाद खड़ा हो गया। राजस्व जांच टीम ने ग्रामीणों के बीच पंचनामा तैयार कर तहसील कार्यालय में सौंप दिया। कंवर समाज व ग्रामीणों ने बताया कि पटवारी आवास नहीं होने के कारण किसानों का कार्य करने के लिए कच्चा मकान दिया गया था। कंवर समाज के साथ धोखाधड़ी व कूटरचना कर यह कृत्य किया। ग्रामीणों ने इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की है।