वैदेही सीता के त्याग को याद किया दुर्गा वाहिनी ने

कोरबा 30 अपै्रल। विश्व हिंदू परिषद से जुड़कर काम करने वाली दुर्गा वाहिनी ने सीता नवमी जगत जननी जानकी का स्मरण किया। मातृशक्ति की प्रेरणा से यह आयोजन किया गया। देवी जानकी के वेश में यहां कन्याओं का सम्मान भी किया गया।

मातृ सत्ता के प्रति सम्मान और श्रद्धा भारत की गौरवशाली परंपरा रही है। शक्ति स्वरूपा की पूजा अर्चना इसी भाव से समाज करता है। जनकपुर नरेश के यहां जन्मी वैदेही जानकी को लेकर मान्यता है कि उनका जन्म वैशाख नवमी को हुआ था जिसे सीता नवमी के नाम से मनाया जाता है। कोरबा में परशुराम ब्राह्मण सभा भवन के परिसर में दुर्गा वाहिनी के द्वारा सीता नवमी को कार्यक्रम आयोजित किया गया। परंपरागत रूप से पूजा अर्चना और दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। आयोजन के अंतर्गत देवी सीता के स्वरूप में कन्याएं जहां पर उपस्थित हुई और प्रस्तुति दी। आयोजकों ने उनका सम्मान किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कुटुंब प्रबोधन प्रमुख चंद्र किशोर श्रीवास्तव ने इस अवसर पर अपने विचार रखें और बताया कि अच्छे चरित्रों को साहित्य से दूर रखने के कारण विद्यार्थी उनके बारे में नहीं जान सके हैं। दुर्गा वाहिनी की जिला संयोजिका राधिका साहू ने बताया कि देवी सीता की महिमा को प्रचारित करना आज के इस आयोजन का उद्देश्य है। उनके त्याग में जीवन से समाज को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। हमारा संगठन आगे भी विभिन्न अवसरों पर इस प्रकार के कार्यक्रम करेगा और राष्ट्र के लिए विशिष्ट योगदान देने वाले व्यक्तित्व से हर किसी को परिचित करेगा। दुर्गा वाहिनी की ओर से आयोजित इस आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने अपनी गरिमामय उपस्थिति सुनिश्चित की।

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