दशकों से कार्यरत चेंबर को तोडऩे का प्रयास दुर्भाग्यपूर्ण: सिन्हा
कोरबा 18 अप्रैल। सामाजिक कार्यकर्ता व जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि छत्तीसगढ़ चेंबर नामक संस्था द्वारा कोरबा में एक नया चेंबर ऑफ कॉमर्स का गठन किया गया हैं जबकि कोरबा में दशकों पूर्व से चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स कार्यरत हैं जिसको तोडऩे का प्रयास दूरभावनापूर्ण एवं राजनीति से प्रेरित है ।
उन्होंने आगे बताया कि हमारे कुछ जनप्रतिनिधि जो कोरबा के विकास में अपना योगदान देने के बजाय ठेकेदारी शासकीय भूमि हड़पो अभियान अपने सहयोगियों के साथ मिलकर करते आ रहे हैं। उन्हें इस बार जनता का विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए विभिन्न सामाजिक संगठनों को तोडऩे का अभियान चला रहे हैं ताकि आने वाले चुनाव में उन समाजों को जिनका समाज में कोई महत्वपूर्ण स्थान नहीं है या समाज मान्यता नहीं देती उन के माध्यम से चुनाव के समय समर्थन करा कर आम मतदाताओं को गुमराह करने के लिए एक सोची.समझी अभियान के तहत कार्य कर रहे हैं लेकिन वे भूल रहे हैं कि बहुआयामी समाज कभी भी समाज तोडऩे वालों को समर्थन नहीं करती।
सिन्हा ने आगे बताया कि कोरबा में पूर्व से चेंबर ऑफ कॉमर्स कार्यरत है। उस के माध्यम से अनेकों क्रांतिकारी आंदोलन हो चुके हैं। कोरबा के व्यापारियों के हित में काम करते आ रहे हैं। ऐसी क्या परिस्थिति उत्पन्न हो गई कि छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के बैनर तले एक नया संगठन बनाकर ऐसे जनप्रतिनिधि समर्थकों का जमावड़ा तैयार किया गया है ताकि चुनाव के समय व्यक्ति विशेष को समर्थन की घोषणा कर यह व्यापारियों को गुमराह कर सके कि चेंबर का भी ऐसे जनप्रतिनिधियों का समर्थन प्राप्त है ।