फरार अपराधियों के गिरफ्तारी, गुम इंसान दस्तायाबी, ठगों से रकम वापस दिलाने सहित गुम मोबाइल वापस दिलाने में सायबर सेल ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
सायबर ठगों से 1 करोड़ 80 लाख रुपए से अधिक रकम पीडि़तों को वापस कराए गए
546 फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में किया सहयोग, गुम हुए 410 मोबाइल खोज कर वापस लौटाए गए
कोरबा 14 जनवरी। कोरबा जिले में घटित अपराधों में अपराधियों के धरपकड़ अवैध कारोबारियों के विरुद्ध कार्यवाही, ठगों द्वारा पीडि़तों के बैंक खाते से ठगे गए रकम वापसी सहित गुम मोबाइलों को वापस दिलाने में सायबर सेल कोरबा की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है । बढ़ते हुए तकनीक का इस्तेमाल कर अपराधी हाईटेक तरीके से अपराध कर रहे हैं, जिसे सामान्य तरीके से पकडऩा मुश्किल हो रहा है। इस समस्या को दृष्टिगत रखते हुए सभी जिलों में सायबर सेल का गठन किया गया है । सायबर सेल को शासन द्वारा नवीनतम तकनीकी उपकरण एवं सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है ए जैसे-जैसे अपराधी अपराध करने में हाईटेक तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं वैसे ही अपराधियों को गिरफ्तार करने में सायबर सेल की टीम भी नवीनतम तकनीकी उपकरणो का प्रयोग कर रहे हैं । सायबर अपराधों की संख्या लगातार बढ़ रही है एइसलिए सायबर सेल की भूमिका और महत्व भी लगातार बढ़ रहा है ।
सायबर सेल कोरबा में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी चुनौतीपूर्ण भूमिका में अपना दायित्व का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं । वर्ष 2022 में सायबर सेल कोरबा को विभिन्न थानाध् चौकियों से तकनीकी जानकारी हेतु कुल 950 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें सभी मामलों में तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराया गया ए इस तकनीकी जानकारी के माध्यम से 546 अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई । इसी प्रकार साइबर अपराध के कुल 560 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें साइबर सेल की टीम के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए नेशनल साइबर क्राईम रिर्पोटिंग पोर्टल के माध्यम से लगभग 1 करोड़ 80 लाख रुपए को संबंधित बैंक खातों में ही ब्लॉक करवा कर पीडि़तों के खाते में वापस कराए गए । वर्ष 2022 में 725 मोबाइल गुम होने के आवेदन प्राप्त हुए, जिन्हें सायबर सेल के माध्यम से 410 मोबाइलों को खोज कर मोबाइल मालिकों को वापस किया गया है । फेसबुक ए इंस्टाग्राम, सोशल, व्हाट्सएप आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 80 फर्जी प्रोफाइल बनाकर दुरुपयोग करने के आवेदन प्राप्त हुएए जिनमें 68 प्रोफाइलों की जानकारी प्राप्त कर उनको ब्लॉक करा कर पीडि़तों को राहत पहुंचाया गया है । इसके अलावा जिले में घटित होने वाले गंभीर अपराधों में सायबर सेल की टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज एवं अन्य तकनीकी साक्ष्य के आधार पर आरोपियों की शिनाख्त की है जिससे आरोपियों को पकडऩे में सहायता मिली ।
टीपी नगर स्थित आरकेटीसी कंपनी के कार्यालय में हुए गोलीकांड, मृतका नील कुसुम पन्ना के हत्यारे शहबान खान की गिरफ्तारी, कटघोरा बैंक के पास हुई उठाईगीरी, चैतुरगढ़ पाली के पहाड़ी में पकड़े गए जुआ,सहित कल दिनांक 12 जनवरी को थाना पसान क्षेत्र में 230 किलो अवैध गांजा पकडऩे की कार्यवाही सायबर सेल के द्वारा दी गई तकनीकी जानकारी के आधार पर ही उक्त मामले पकड़े जा सके हैं । इसी प्रकार जिले में पंजीबद्ध नाबालिक गुम इंसान धारा 363 भादवि के प्रकरणों में बालक 15 बालिका 25, बालिक गुम इंसान के प्रकरणों में 160 पुरुष व 435 महिलाओं की बरामदगी सायबर सेल से मिली तकनीकी सहायता से संभव हुआ है ।