खाद्यान्न की अफरा-तफरी मामले में दोषियों पर कार्रवाई नहीं

कोरबा 28 दिसम्बर। नागरिक आपूर्ति निगम के रिसदी वेयर हाउस से ग्रामीण क्षेत्र के लिए जारी किए गए सरकारी खाद्यान्न की अफरा तफरी का मामला तूल पकड़ रहा है। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित सोनपुरी के द्वारा संचालित दुकान ग्राम पंचायत सतरेंगा आईडी संख्या 55200 01009 के लिए वाहन निकला था। इस मामले में राशन की अफरा-तफरी की खबर मिलने पर कार्रवाई की गई। अब मांग की जा रही है कि सभी दोषियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की जानी चाहिए।

जिला प्रशासन को इस बारे में खाद्य निगम भारत सरकार और सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य राजकुमार दुबे द्वारा बताया गया कि 1098 किलोग्राम चावल को अतिरिक्त बेच दिया गया जिसे कुछ लोगों ने बेेजते हुए देख लिया था। इसकी शिकायत एसडीएम से की गई। प्रार्थी के द्वारा भी गोदाम के पास खड़ी गाड़ी का जायजा लिया तो पता चला कि शासकीय खाद्यान्न की अफरातफरी में अधिकारी और कर्मी मामले को रफा.दफा करने में लगे हैं। एडीएम को अवगत कराने पर तहसीलदार खाद्य अधिकारी और नागरिक आपूर्ति निगम के द्वारा शासकीय खाद्यान्न लोड वाहन को गोदाम के वे ब्रिज में वजन कराया गया। जिस पर 1335 किलोग्राम खाद्यान्न कम पाया गया। मौके पर इसका पंचनामा तैयार किया गया। इसके बाद गाड़ी वेयरहाउस प्रबंधक को सौंप दी गई। दस्तावेज मैं समय का हेरफेर नजर आ रहा है। दूसरे दिन अधिकारियों से मांग की गई कि गाड़ी में लोड सभी खाद्यान्न चावल नमक शक्कर चना का वजन अलग-अलग कराया जाए। काफी दबाव के बाद इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन से सभी खाद्यान्न का वजन किया गया तो खाद्यान्न का वजन 1098 किलोग्राम कम पाया गया जबकि रात्रि में या मात्रा अलग थी। इस मामले में 257 किलो खाद्यान्न कम पड़ गया। इससे लगता है कि इसे बेच दिया गया। प्रशासन से मांग की गई है कि इस मामले में संलिप्त सभी दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि इस तरह की हरकतों पर रोक लग सके।

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