केंदईखार में महिला के ऊपर प्राणघातक हमला करने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार

कोरबा 22 नवंबर। दर्री पुलिस ने 6 अक्टूबर 22 की रात्रि ग्राम केंदईखार में सुभद्रा हरिया नमक महिला पर हुए प्राणघातक हमलें की गुत्थी सुलझाने में सफलता प्राप्त की है। घटना की जानकारी देते हुए नगर निरीक्षक विवेक शर्मा ने बताया कि गत 6 अक्टूबर की रात सुभद्रा भरिया नमक महिला जो ग्राम केंदैखार की रहने वाली है, और एक सुपर स्टोर में कार्य करती है, रात्रि लगभग 9.30 बजे अपना काम खत्म करके साइकिल से अपने घर ग्राम केंदईखार के लिए निकली थी, बाद में वो महिला रास्ते में लहूलुहान हालत में पड़ी मिली, जिसकी हालत नाजुक थी, घटना घटित करने वाले की कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी। बाद में महिला अस्पताल में लगभग 20 दिनों तक गंभीर हालत में जिंदगी और मौत के बीच झूलती रही, जब उसकी हालत थोड़ी ठीक हुई तो पूछताछ पर उसने 2 लोगों के द्वारा स्वयं पर हमला करने की जानकारी दी।

घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह को जानकारी प्राप्त होने पर उन्होंने इस घटना की गंभीरता को देखते हुएए अपराधियों की पता तलाश सर्व प्राथमिकता से करने के लिए थाना दर्री को कहा गया। जिसमे अपराध क्रमांक 370/22 आरोपीगण गोवर्धन यादव पिता बारातू राम यादव 60 साल,सीपत धनुहार उर्फ बालक पिता स्व समारू राम धनुहार 35 साल घनश्याम भारिया पिता इतवार साय भारिया 34 साल सभी सकिनान केंदईखार दर्री जिला कोरबा छ ग घटना का विवरण 22 धारा 307 आईपीसी का दर्ज करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के कार्य निर्देश और नपुअ दर्री रॉबिंसन गुडिया के पर्यवेक्षण में दर्री पुलिस ने इस मामले के अज्ञात आरोपियों की पतासाजी शुरू की। मामले में अज्ञात आरोपियों के द्वारा घटना घटित की गई थी, और घटना की देखने जानने वाला कोई नहीं था, इस कारण महिला के सर्किल में उसके परिचितों एवं किससे दुश्मनी या रंजिश हो सकती है, इस संबंध में जानकारी अर्जित करने पुलिस के द्वारा ग्राम में और आसपास लगातार पता किया गया। इस संबंध में महिला की रंजिश गोवर्धन नमक व्यक्ति के साथ होने की जानकारी मिली, जिस्का सहयोगी एक बालक उर्फ सीपत धनुहार नाम का युवक होने की जानकारी मिली। इस पर बालक को पकडऩे की कोशिश की गई पर वह भाग गया, काफी तलाश के बाद पुलिस को उसे पकडऩे में सफलता प्राप्त हुई। उसने पूछताछ पर घटना की जानकारी देते हुए बताया कि गोवर्धन, सुभद्रा से रंजिश रखता था, क्योंकि सुभद्रा उसके साथ रहने को तैयार नही थी। इस कारण उसने घटना दिनांक को इसे और घनश्याम भरिया को लता में शराब दुकान बुलाकर शराब पिलाकर सुभद्रा को मारने के लिए योजना बनाई। फिर जब सुभद्रा अपने काम से वापस आ रही थी तो ये लोग उसका पीछा करके उसे केंदईखर बांस झाड़ी के पास रोके और बालक तथा गोवर्धन ने साथ में लाए डंडे से सुभद्रा के सिर और पैर में प्राणघातक हमला किया। घनश्याम वही खड़े होकर रखवाली कर रहा था, की कोई आ न जाए। फिर सुभद्रा को मरा समझकर तीनो वहां से भाग गए और डंडे को पाइप लाइन के पास फेंक दिए। पुलिस ने इस जानकारी के मिलने पर तत्काल गोवर्धन और घनशायम भरिया को ढूढकर पकड़ा गया, फिर पूछताछ के उनके द्वारा घटना करने की पुष्टि की गई। पुलिस के द्वारा सुभद्रा को मारने में इस्तेमाल किए गए डंडे को बरामद करके और आरोपियों की मोटरसाइकिल को जप्त कर लिया गया है। आरोपियों को रिमांड पर माननीय न्यायलय भेजा जा रहा है। इस अंधे प्राणघात मामले को हल करने में थाना दर्री की सहायक उप निरीक्षक अनिता खेस, आरक्षक राजेश राठौर, सुरेश महिलांगे, लीलाधर चंद्रा ओमप्रकाश निराला, गजेंद्र रजवाड़े, अशोक चौहान ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

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