जल संसाधन संभाग गरियाबंद का एक और कारनामा…अनुविभाग पांडुका के SDO ने पुत्र की फर्म को बिना कार्य के किया लाखों का भुगतान
जल संसाधन संभाग गरियाबंद में भ्रष्टाचार को सरकार का संरक्षण – प्रीतम सिन्हा
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में करप्शन की रफ्तार अब बेलगाम होती जा रही है. सरकार को कोई और नहीं सरकारी नुमाइंदें ही चूना लगा रहे हैं. ठेकेदारों से मिलकर करोडों के वारा न्यारा करने का कारनामा फुल स्पीड में है. पहले भी कई केस आ चुके हैं, अब SDO के काले कारनामे ने सब को सकते में डाल दिया है. अपने बेटे की फर्म का बिल लगाकर लाखों रुपये डकार लिया गया.
सरकारी क्षेत्र में भ्रष्टाचार को लेकर सरकार भले ही लाख दावे कर रही है कि जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जाएगा, लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। जल संसाधन संभाग गरियाबंद के तत्कालीन कार्यपालन अभियंता आशुतोष सारस्वत व के.आर साहु, अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन अनुविभाग पांडुका की मिली भगत से वित्तीय वर्ष 2021-22 के वार्षिक मरम्मत मद में बिना कार्य कराए ही अनुविभागीय अधिकारी पांडुका द्वारा अपने ही कार्यालय से फर्जी कार्य दर्शाकर अपने पुत्र आदित्य ट्रेडिंग एंड कंट्रक्सन मटेरियल सप्लायर रायपुर के नाम पर लाखों रुपए आहरण किया गया है जिसकी शिकायत भाजपा आरटीआई प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रीतम सिन्हा ने छत्तीसगढ़ पुलिस महानिदेशक से 08/08/2022 को साक्ष्य सहित कि थी।
पुलिस महानिदेशक के द्वारा पुलिस अधीक्षक गरियाबंद को जाँच कर फर्जी बिल ब्हौचर, पद का दुरुपयोग, भ्रष्टाचार साजिश, शासकीय राशि का गबन एवं कूटरचना करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारी के विरुद्ध प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज करने निर्देशित किया गया। जिस पर पुलिस अधीक्षक गरियाबंद ने थाना प्रभारी पांडुका को जांच के लिए नियुक्त किया व 08/09/2022 को शिकायतकर्ता का साक्ष्य बयान दर्ज कराया गया है। शिकायत में आशुतोष सारस्वत तत्कालीन कार्यपालन अभियंता जल संसाधन संभाग गरियाबंद, के.आर. साहु अनुविभागीय अधिकारी पांडुका, आर.के.रजक सेवानिवृत्त सहायक अभियंता पांडुका और रोहित तिवारी वरिष्ठ लेखा लिपिक जल संसाधन संभाग गरियाबंद के विरुद्ध नौ बिंदुओं पर शिकायत दर्ज किया है, जिसकी प्रतिलिपि जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभिंयता को भी दिया गया है।