क्राइम ब्रान्च पुलिस ने चावल के साथ पकडा़ वाहन, पी. डी. एस. की अफ़रा-तफ़री का हो सकता है खुलासा

कोरबा 26 अगस्त। जिले की क्राइम ब्रांच पुलिस ने तिलकेजा के पास एक टाटा 407 वाहन को अपने कब्जे में लिया है। इस वाहन में रामपुर से चावल भरकर पहन्दा की ओर लाया जा रहा था। वाहन में रखा गया चावल पीडीएस का बताया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच पुलिस को इस वाहन के संबंध में मुखबिर से सूचना मिली थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने इस वाहन को तिलकेजा के पास रोका और उसकी जांच की तो उसमें चावल पाया गया। वाहन चालक से चावल से संबंधित दस्तावेज मांगे गए तो वह दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। इसके बाद वाहन को कोरबा लाया गया और सिटी कोतवाली की रामपुर पुलिस चौकी के प्रांगण में खड़ा किया गया है1

बताया जाता है कि उक्त वाहन क्रमांक सी. जी. 12 ई. 0215 अग्रवाल राइस मिल पहन्दा का है। वाहन में रखा गया चावल पीडीएस का बताया जा रहा है। फिलहाल यह चावल किस राशन दुकान से लाया जा रहा था यह स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस की विस्तृत जांच के बाद संपूर्ण तथ्यो का खुलासा हो सकेगा।

यहां उल्लेखनीय है कि कोरबा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के राशन दुकानों से पीडीएस के चावल की कालाबाजारी की चर्चा आए दिन सुनने में आती रहती है परंतु कार्रवाई के अभाव में इन चर्चाओं की अधिकृत रूप से पुष्टि नहीं हो पाती। उम्मीद की जा रही है कि इस बार पुलिस की जांच में गरीबों के राशन की कालाबाजारी का पर्दाफाश हो सकेगा। बताया जाता है कि पीडीएस के चावल की कुछ लोगों द्वारा लंबे समय से रीसाइक्लिंग की जा रही है। हालांकि इस बात की पुष्टि हो सके ऐसी कोई कार्रवाई जिला प्रशासन की ओर से अब तक नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन पूर्व में ऐसी कार्रवाई करता तो न केवल शासकीय राशन दुकानों से राशन की कालाबाजारी का खुलासा हो सकता था बल्कि इस कालाबाजारी पर रोक भी लगाई जा सकती थी। बहरहाल माना जा रहा है कि इस बार पुलिस की कार्रवाई से तथ्य स्पष्ट हो सकेंगे और ग्रामीण क्षेत्रों के राशन दुकानों में की जा रही गरीबों के हक के राशन की अफरा-तफरी पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन कोई ठोस कदम उठा सकेगा।

याद रहे कि पिछले दिनों क्षेत्रीय विधायक और प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने ग्राम मदनपुर के राशन दुकान मैं बरती जा रही अनियमितता को पकड़ा था। यहां राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा आदिवासियों को चावल देने में गड़बड़ी की गई थी। विधायक कंवर ने इस बात की सूचना जिला प्रशासन को दी थी जिसके बाद मदनपुर में शासकीय उचित मूल्य का दुकान संचालित करने वाले समूह को निलंबित कर दिया गया था। विधायक कंवर ने ग्रामीण क्षेत्र के फूड इंस्पेक्टर टंडन को भी सस्पेंड करने की मांग की थी लेकिन जिला प्रशासन ने फूड इंस्पेक्टर का अन्यत्र तबादला कर दिया। जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से संदेह होता है कि जिले में राशन की अफरा-तफरी को किसी न किसी रूप में उसका समर्थन और संरक्षण प्राप्त होता है।

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