वाटर शेड मिशन से जल संरक्षण के साथ आजीविका गतिविधियों का भी होगा विस्तार : केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह
केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने नेशनल वाटर शेड सम्मेलन का किया शुभारंभ
मुख्य कार्यक्रम दिल्ली में हुई आयोजित, केन्द्रीय मंत्री कोरबा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुए शामिल
कोरबा 14 जुलाई 2022. केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग अंतर्गत नेशनल वाटर शेड सम्मेलन का शुभारंभ किया। साथ ही मंत्रालय के अंतर्गत प्रकाशित ई-बुक का भी लोकापर्ण किया। उन्होने कोरबा कलेक्टोरेट के एनआईसी कक्ष से दीप प्रज्वलन कर दिल्ली में आयोजित नेशनल वाटर शेड सम्मेलन का शुभारंभ किया। वाटर शेड योजना अंतर्गत देश भर में 27 मिलियन हेक्टेयर की वाटर शेड परियोजनाएं चल रही है। इसके तहत् जल संरक्षण के कार्य किये जा रहे है।
केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में कोरबा से विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। सम्मेलन के शुभारंभ कार्यक्रम के अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह ने कहा कि वाटर शेड मिशन से जल संरक्षण के साथ-साथ आजीविका गतिविधियों का भी विस्तार होगा। उन्होने कहा कि वाटर शेड मिशन से जमीन के उपजाऊपन में वृद्वि होगी जिससे फसल उत्पादन अधिक होगा और किसानों को अधिक मुनाफा अर्जित करने के अधिक अवसर प्राप्त होंगे। किसानों की आय में वृद्वि होने से आर्थिक उन्नति भी होगी। उन्होने कहा कि पारंपरिक खेती के अलावा उद्यानिकी फसलों पर भी जोर देना चाहिए। जिससे महिला स्व सहायता समूहों के लिए भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि विश्व एक ओर जल संकट से जूझ रहा है दूसरी ओर वाटर शेड मिशन के तहत् भारत सरकार द्वारा जल संरक्षण को बढावा देने के लिए पानी का संचय किया जा रहा है। जिससे सिचाई में वृद्वि के साथ-साथ आजीविका गतिविधियों के भी अवसर बढ़ रहे है। उन्होने बंजर जमीनो को तकनीको की मदद से उपजाऊ भूमि में बदलने और अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने की दिशा में प्रयास करने पर जोर दिया। नेशनल वाटर शेड सम्मेलन शुभारंभ के अवसर पर एनआईसी कक्ष से कलेक्टर श्री संजीव झा, एडीएम श्री विजेन्द्र पाटले, उपसंचालक कृषि श्री अनिल शुक्ला मौजूद रहे। प्लेनरी हॉल विज्ञान भवन दिल्ली से सम्मेलन में विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, उपभोक्ता मामले खाद्य और सार्वजनिक वितरण एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति एवं पंचायती राज्य मंत्री श्री कपील मोरेश्वर पाटील सहित अन्य अधिकारीगण शामिल हुए।