9 जुलाई से 25 नवंबर तक विवाह की शहनाइयां नहीं बजेंगी
कोरबा 18 जून। इस बार चतुर्मास पडऩे के कारण विवाह योग्य युवक-युवतियों को वैवाहिक कार्यक्रम के लिए इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि चतुर्मास के दौरान 117 दिन तक भगवान विष्णु विश्राम करेंगे। पिछले साल 118 दिन का विश्राम था और उससे पहले 2022 में अधिमास होने के कारण चतुर्मास की अवधि 148 दिन की थी। इस बार चतुर्मास की अवधि में एक दिन की कमी आई है। इस सीजन में 8 जुलाई को भड़ली नवमी पर आखिरी विवाह मुहूर्त है। 10 जुलाई को देवशयनी एकादशी और 4 नवंबर को देवउठनी एकादशी है। भड़ली नवमी से पहले सिर्फ 10 दिन ही शहनाई बजेंगी। फिर देवउठनी एकादशी के बाद 26 नवंबर से ही शहनाई बजनी शुरू होगी।
पंडितों के अनुसार 17 जून, 21 से 23 जून और 26 को जून को विवाह मुहूर्त है। जुलाई में 2, 3, 5, 6 और 8 को मुहूर्त रहेंगे। ज्योतिषी पंण्वि वेकशील पाण्डेय ने बताया कि 4 नवंबर को अबूझ मुहूर्त में कुछ लोग विवाह कर सकते हैं, लेकिन शुक्र ग्रह इस दौरान अस्त ही रहेगा। शुक्र 26 नवंबर को दोपहर 12.08 बजे पश्चिम दिशा में उदित होगा, तब मुहूर्त शुरू होंगे। यानी 9 जुलाई से 25 नवंबर तक विवाह की शहनाइयां नहीं बजेंगी।