साइनेज बोर्ड में छत्तीसगढ़ी में बताएंगे ‘मोर कॉलेज बिन माखुर के जगह
कोरबा 7 मई। उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश के पालन में अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी बिलासपुर के कुलसचिव ने जिले के सभी सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों के प्राचार्यों को तंबाकू मुक्त वातावरण निर्मित करने कहा है। इसके लिए कॉलेजों के बाउंड्रीवॉल अथवा साइनेज बोर्ड पर हिंदी, अंग्रेजी व छत्तीसगढ़ी में लिखने कहा है। कॉलेजों के प्राचार्यों की मानें तो परीक्षाओं का दौर चल रहा है। समाप्त होने पर नए सेशन से कॉलेजों की दीवारों पर तंबाकू मुक्त परिसर का संदेश देने वाले बोर्ड नजर आने लगेंगे। बोर्ड में टोबैको फ्री जोन, तंबाकू मुक्त क्षेत्र व बिन माखुर के जगह या बिन माखुर के शैक्षणिक संस्था लिखा दिखेगा। अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी बिलासपुर की ओर तंबाकू मुक्त क्षेत्र बनाने कॉलेजों द्वारा समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने कहा है।
गवर्नमेंट पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरके स सेना व कमला नेहरु महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने यूनिवर्सिटी के निर्देशों का पालन कराया जाएगा। हालांकि उनके संस्थानों में पहले से ही राष्ट्रीय सेवा योजना, एनसीसी व अन्य इकाइयों के माध्यम से नशा मुक्ति की दिशा में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। ये आगे जागरूकता अभियान भी जारी रहेगा। छात्रों के साथ शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ को तंबाकू नहीं खाने की शपथ लेनी होगी। पोस्टर, नारा, प्रश्न मंच, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से इसके सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों से बचने लोगों को जागरूक करना होगा। तंबाकू मुक्ति की दिशा में काम करने वाले शिक्षक व छात्रों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित करेंगे। 6 प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के प्रमुखों का कॉलेज में व्याख्यान करना होगा, यह ऑफ व ऑनलाइन हो सकता है। शिक्षण संस्था में एक टोबैको मॉनिटर का दायित्व किसी शिक्षक, अफसर या छात्र प्रतिनिधि को दिया जा सकता है, जिनका नाम, पदनाम व नंबर बोर्ड पर लिखा होगा। यह ध्यान रखना होगा कि जिसे मॉनिटर बना रहे हैं, वह तंबाकू का सेवन करने वाला तो नहीं है। प्राचार्यों व विभाग के प्रमुखों को ये सुनिश्चित करना होगा कि संस्था से 100 मीटर की दूरी पर तंबाकू बेचने वाले की दुकान न हो। यदि कोई बेचता है तो उसे रोकने के लिए जरूरत पड़े तो स्थानीय प्रशासन या पुलिस प्रशासन का सहयोग लें।