फिर अटका जीवनदीप का भुगतान, काम छोड़ने की तैयारी में कर्मी
कोरबा 7 मई। जिला अस्पताल के मेडिकल कॉलेज संबद्ध होने के बाद से जीवनदीप समिति जेडीएस के माध्यम से कार्यरत 80 कर्मचारियों के वेतन भुगतान अटकने लगे हैं। समय पर वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी परेशान है। पूर्व में जेडीएस कर्मचारियों ने वेतन बढ़ोतरी व नियमित करने के लिए आंदोलन किया था। जिस पर आश्वासन के बाद मामूली बढ़ोतरी तो कर दी गई, लेकिन वेतन देने में लेटलतीफी दूर नहीं हुई।
इस बार फिर से दो माह मार्च.अप्रैल का वेतन अटका हुआ है। इसे लेकर कर्मचारियों में रोष है। जिस कारण अब वे काम छोड़ने को तैयार है। आईसीयू समेत अन्य डिपार्टमेंट में कार्यरत जेडीएस कर्मचारियों की इस तैयारी की जानकारी गुरुवार को मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को मिली। जिसके बाद जेडीएस कर्मचारियों को आश्वासन देकर प्रबंधन ने जीवनदीप समिति के पदाधिकारियों से चर्चा कर वेतन भुगतान जल्द कराने का आश्वासन दिया। शुक्रवार को उक्त मुद्दे को लेकर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की बैठक हुई। इस दौरान अधिकारियों ने कर्मचारियों के जल्द वेतन भुगतान के लिए जीवनदीप समिति को पत्र भेजा, साथ ही डीएमई को भी पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी।
जेडीएस के कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि जिला अस्पताल में अस्थाई और संविदा रूप से कार्य करने पर भविष्य सुरक्षित रहेगा यह सोचकर कम वेतन में भी ज्यादा काम कर रहे हैं। इसके बाद भी नियमित रूप से समय पर वेतन भुगतान के बजाय देरी करते हुए परेशान किया जा रहा है। हड़ताल करने से मरीजों को परेशानी होती है, इसलिए अब ऐसा करने के बजाय काम छोड़ने को तैयार है। दूसरे अस्पताल में यहां से ज्यादा वेतन और समय पर भुगतान होगा।
मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट डॉ.गोपाल कंवर के मुताबिक जेडीएस के कर्मचारियों का करीब 2 माह से वेतन भुगतान नहीं होने की जानकारी मिली है। जिसके बाद इस मामले में त्वरित बैठक लेकर जानकारी जुटाई गई। जेडीएस में कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए प्रर्याप्त फंड होना पाया गया है। टेक्निकल कारण से वेतन भुगतान में देरी होना बताया गया है। इस संबंध में जेडीएस के पदाधिकारियों को पत्र लिखकर जल्द भुगतान करने कहा गया है।