केंद्रीय कर्मशाला में काम के आधार पर बढ़ते हैं सदस्य
कोरबा 1 मई। केंद्रीय कर्मशाला कोरबा पूर्व में काम ही बोलता है। यहां पर जो संगठन कामगारों के लिए काम करते हैं उनके पास ही ज्यादा सदस्य नजर आते हैं। एसईकेएमसी के बी आर सुमन, दिलीप सिंह, अब्दुल माजिद, गिरिवर राठौर, दिनेश साहू अपना प्रभाव दिखाने में सफल रहे हैं। जिसके कारण ही एसईकेएमसी के पास सबसे अधिक सदस्य है। एसकेएमएस के राजेश पांडेय व एन के साव अपना प्रभाव छोडऩे में सफल रहे हैं। इन दोनों संगठनों को कमजोर करने के लिए अन्य संगठन भी लगातार समय-समय पर अपना काम दिखाते रहे हैं लेकिन एसकेएमएस व एसईकेएमसी कभी भी यहां कमजोर नहीं हो पाया है।
रजगामार व सेंट्रल स्टोर में भी हो रहे कामगारों के काम
रजगामार में एसईकेएमसी का दायित्व रामनाथ कश्यप के पास है। यहां पर एरिया के वेलफेयर कमेटी सदस्य लक्ष्मण राठौर के निधन के बाद सारा दारोमदार रामनाथ कश्यप के कंधों पर आ गया है। एसईकेएमसी के सदस्य सबसे अधिक यहां रहे हैं। इस सदस्य संख्या को बरकरार रखना रामनाथ कश्यप का काम होगा। इसी तरह केएसएस के रजगामार इकाई उपाध्यक्ष संजू राय भी सामाजिक कार्यों को लेकर सक्रिय नजर आते हैं। मवेशियों व जानवरों की सेवा करते रहे हैं। बीमार मवेशियों को अस्पताल पहुंचाना इनका मुख्य काम रहा है। इसके अलावा जानवरों की भोजन की व्यवस्था भी संजू राय के द्वारा किया जाता रहा है। सेंट्रल स्टोर में 44 कामगार हैं। इन कामगारों को अपने पक्ष में करने के लिए इन संगठनों में होड़ लगी हुई है। एसईकेएमसी के अध्यक्ष अब्दुल माजिद एवं सचिव राकेश सिंह लगातार प्रयास कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर रिटायर्ड होने के बाद भी एस के प्रसाद, भागवत सिंह व सुबोध सागर मैदान में डटे हुए हैं। यहां पर इन 44 सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।