अक्षय तृतीया पर्व तीन मई को, बाजार में बढ़ी रौनक
कोरबा 30 अप्रैल। तीन मई को आयोजित होने वाले अक्षय तृतीया पर्व का बाजार में उल्लास नजर आने लगा है। इस बार शुभ लग्न में मंगलवार का सुखद का संयोग है। सवार्थसिद्धि महायोग का समावेश होने से खरीदारी की तैयारी में लोग जुट गए है। विवाह सहित अन्य मांगलिक आयोजनों की इस दिन भरमार रहेगी। खरीदारों को आकर्षित करने के लिए बाजार में सामानों की सजावट देखी जा रही।
अक्षय तृतीया पर्व के बारे में मान्यता है कि इस दिन किए जाने वाले कार्य का प्रतिपुल अक्षय होता है। यही वजह है कि आगामी खरीफ पुसल के लिए किसान इसी दिन कोठी से बीज निकालते हैं। विवाह आयोजन की दृष्टि से यह पर्व स्वयं सिद्ध पर्व के रूप में विख्यात है। विवाह आयोजन की इस दिन भरमार रहेगी। शहर के बारात घर, बैंड, धूमाल, टेंटए हाटल आदि पहले से बुक हो चुके है। कपड़ा, मनिहारी, इलेक्ट्रानिक आदि के दुकानदारों ने सामानों की खेप मंगा रखी है। मटका में पानी भर गुड़ का दान करना श्रेष्ठ माना जाता है। शिव पार्वती की पूजा का विधान है। ज्योतिषाचार्य मूलचंद शास्त्री पौराणिक मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया वसंत ऋतु के समापन व ग्रीष्म के आरंभ का संधिकाल है। इसी दिन ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना की थी। पर्व के संबंध में ज्योतिषाचार्य मूलचंद शास्त्री ने बताया कि दूज पर तीज का योग होने की वजह से अक्षय तृतीया का पर्व मंगलवार को होगा। उन्होने बताया कि मंगलवार को प्रदोष काल दोपहर 1.30 बजे शाम छह बजे तक तृतीया का असर रहेगा। पर्व में ब्रह्म मुहुर्त में स्नान कर शिव पार्वती व लक्ष्मी नारायाण का ध्यान श्रेष्ठ है। प्राचीन मान्यता के अनुसार कुंआ बावली पेंड आदि के विवाह का विधान है, गुड्डे-गुडियों के प्रतीक के साथ इनका विवाह किया जाता है।