स्कूल प्रबंधन ढाई हजार रुपए प्रतिमाह वसूल रहे बस किराया, अभिभावक परेशान
कोरबा 15 अप्रैल। निजी स्कूलों की मनमानी कम नहीं हो रही है। फीस को लेकर चल रही मनमानी के बीच अब निजी स्कूल के संचालकों ने बस भाड़े में काफी बढ़ोत्तरी कर दी है। स्कूलों का प्रबंधन दो से ढाई हजार रुपए किराया छात्रों से वसूल रहा है।
जिले में लगभग 500 से अधिक निजी स्कूल संचालित हैं लेकिन इसमें से अधिकांश स्कूल प्रबंधन ने शिक्षा के माध्यम को कमाई का जरिया बना लिया है। पहले तो निजी स्कूल में फीस को मनमानी करते हुए 15 से 20 फीसदी तक बढ़ा दिया है। अब बच्चों को घर से स्कूल तक आवाजाही की सुविधा के लिए बसों का किराया लगभग तीन से चार गुना अधिक वसूल किया जा रहा है। इसके लिए दूरी भी तय नहीं की गई। स्कूल से लगभग 10 से 15 किलोमीटर की दूरी पर रहने वाले बच्चों के अभिभावकों से प्रतिमाह दो हजार रुपए लिए जा रहे हैं और दो किलोमीटर की दूरी पर रहने वाले अभिभावकों से भी। बताया जा रहा है कि अधिकांश बड़े स्कूल शहर से आउटर पर हैं। अभिभावकों के द्वारा बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए इन बड़े स्कूलों में दाखिला कराया गया है। इसका फायदा स्कूल प्रबंधन उठा रहे हैं। इसे लेकर अभिभावकों में नाराजगी है लेकिन मजबूरी में स्कूल बसों का महंगा किराया दे रहे हैं।
बताया जा रहा है कि बसों के किराए को लेकर प्रबंधन से बात करने पर सुविधा बंद करने का हवाला दे दिया जाता है। बावजूद इसके जिला परिवहन विभाग इसे लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। इस संबंध में जिला परिवहन विभाग के अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका। जिले के कई दो से तीन बड़े स्कूल ऐसे हैं जो आपस में आधा से एक किमी की दूरी पर स्थित हैं। बावजूद इसके स्कूली बसों के किराए मे काफी अंतर हैं। परिवहन कार्यालय के आसपास संचालित विद्यालयों में अधिक किराया वसूला जा रहा है।