महिला फुटबाल महासंघ की उलझने थमी नहीं.. विलय समाप्त, अब मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन
कोरबा 29 मार्च। भारतीय महिला फुटबाल महासंघ को लेकर उलझने अभी भी नहीं थमी है। 14 दिसंबर 1996 में एआईएफएफ से डब्ल्यूएफएफआई का विलय हुआ था। लेकिन दो वर्ष के बाद एआईएफएफ के विश्वासघात के कारण विलय समाप्त हो गया और अब यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है।
भारतीय महिला फुटबाल महासंघ के पदाधिकारियों ने कोरबा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी। बताया गया कि भारतीय महिला फुटबाल महासंघ की स्थापना 1975 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर की गई। भारत के विभिन्न राज्यों के महिला फुटबाल संघ ने इससे सम्बद्धता हासिल कि। बताया गया कि भारतीय महिला फुटबाल महासंघ को एशियन महिला फुटबाल कनफेडरेशन से सम्बद्धता मिली हुई है। दावा किया गया कि यह संगठन राष्ट्रीय खेल परिषद और खेल मंत्रालय भारत सरकार से भी मान्यता प्राप्त है। इसे सरकार के सोसायटी एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत कराया गया है और यह नई दिल्ली से संचालित हो रहा है। गैर राजनीतिक संस्था के रूप में इसकी गतिविधियां चल रही है। वर्तमान में महिला फुटबाल महासंघ के बैनर पर कोरबा में फुटबाल प्रतियोगिता आयोजित है, जिसमें कई राज्यों की टीमें प्रदर्शन कर रही है। कॉन्फें्रस में कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा सिंह, महासचिव मो जावेद, सज्जी टी जान के अलावा अन्य पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे।