बारिश समापन के बाद भी नहीं सुधरी ध्यानचंद चौक की सड़क
कोरबा 8 दिसंबर। बारिश समापन के डेढ़ माह बाद भी शहर के निकट ध्यानचंद चौक में बने गढ्ढों में सुधार नहीं हुई है। शहर को दर्री कटघोरा मार्ग से जोड़ने वाली इस सडक को दशा को सुधारने के लिए जल संसाधन की ओर से निगम प्रशासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है। मरम्मत नहीं होने के कारण हसदेव बराज पुल से ध्यानचंद चौक तक मुख्य मार्ग में लोगों को हिचकोले खाते सफर करना पड रहा।
शहर के निकट रूमगड़ा के ध्यान चंद चौक में किया गया सौंदर्यीकरण मार्ग में गढ्ढों के कारण धूमिल हो गई है। यह मार्ग निगम क्षेत्र के अंतर्गत आता है। जलसंसाधन की जमीन होने के कारण जर्जर मार्ग में सुधार नहीं की जा रही। दरअसल यह मार्ग हसदेव बराज के पुल से जुड़ा है। आवागमन की दृष्टि से न तो जल संसाधन और न ही निगम मरम्मत करने में ध्यान नहीं दे रहा। शहर के भीतर की सड़कों कई बार मरम्मत कराई जा चुकी हैए लेकिन आवागमन की दृष्टि से अति आवश्यक मार्ग को सुधारने में नजर अंदाज किया जा रहा है। निगम प्रशासन को जलसंसाधन विभाग ने समस्या से अवगत करा दिया है। इसके बाद भी सड़क में सुधार नहीं होना राहगीरों के लिए मुसीबत बनी है। जर्जर मार्ग में भारी वाहनों के आवागमन के कारण दिन भर धूल उड़ते रहता है। वर्तमान में स्थिति यह है कि पुल के नीचे जल संसाधन की जमीन पर विकसित उद्यान के सभी छोटे बड़े पेड़ पौधे के पत्ते धूल से अटे पड़े हैं। छोटे वाहन चालकों को हमेशा दुर्घटना के साए में आवागमन करना पड रहा।
दर्री कटघोरा मार्ग को शहर से जोड़ने के लिए तुलसी नगर और गेरवा घाट तक चल रहा सडक निर्माण का काम तीन साल बाद पूरा नहीं हुआ है। इस मार्ग के बनने से हसदेव पुल मार्ग के बजाए लोग गेरवा घाट मार्ग से सफर कर सकते है। निगम प्रशासन द्वारा काम में देरी करने से लोगों को सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा। पहुंच मार्ग के अलावा हसदेव बराज में तैयार हो रहा है सामानांतर पुल सात साल से लंबित है। निर्माण कार्य पूरा नहीं होने शहर को भारी मार्ग से निजात दिलाने की कवायद नाकाम साबित हो रही है।