चक्काजाम के बाद एसईसीएल बोला-माहभर में सुधारेंगे सड़क
कोरबा 19 अक्टूबर। पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के अंतिम छोर में एसईसीएल की रानी अटारी परियोजना से चलने वाले भारी वाहनों की वजह से सड़क जर्जर हो गई है। कोरबी से सरमा के बीच लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। सड़क सुधार नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने सोमवार को मार्ग पर टेंट लगाकर चक्काजाम कर दिया। सड़क पर 3.30 घंटे तक आवागमन प्रभावित रहा।
इसके बाद एसईसीएल के अधिकारियों ने एक महीने के भीतर सड़क मरम्मत का आश्वासन दिया, तब जाकर आंदोलन समाप्त हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि 22 किलोमीटर लंबी सड़क पर 24 घंटे भारी वाहनों का दबाव रहता है। इस मार्ग पर पड़ने वाली घनी आबादी वाले गांव बीजाडाड़, तनेरा, सरमा, कोरबी समेत दर्जनों गांव के लोग सड़क के कारण परेशान हैं। जिला और ब्लाक मुख्यालय आने के लिए यही एकमात्र सड़क है। गड्ढों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं भी होती है। सड़क मरम्मत की मांग को लेकर जनपद सदस्य दीपक उदय ने अफसरों को अवगत कराया था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसके चलते सरपंचों और ग्रामीणों के साथ सड़क पर चक्काजाम किया गया। फिलहाल एसईसीएल के अधिकारियों ने कोरबी से सरमा तक 4 किमी सड़क 3ण्30 करोड़ रुपए में बनाने की बात कही है।
चोटिया से कोरबी सड़क भी खराब है। सड़क मरम्मत की मांग को लेकर आंदोलन हो चुका है। सड़क नवीनीकरण के लिए टेंडर भी हो चुका है, लेकिन काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है। इसे लेकर भी ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। मरम्मत के नाम पर गड्ढों में मिट्टी डाल दिया गया है, जिसकी वजह से धूल उड़ती रहती है। चक्काजाम आंदोलन में जनप्रतिनिधियों की भी भागीदारी रही। सरपंच विमला कुरूम, हेमलता मरकाम, अशोक कुरुम ने कहा कि पहले ही सड़क मरम्मत में ध्यान देते तो चक्काजाम करने की नौबत ही नहीं आती। भाजपा नेता प्रकाश जाखड़, भाजपा मंडल अध्यक्ष रवि मरकाम, राकेश जयसवाल, संतोष गुप्ता समेत जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।