स्वास्थ्य शिविर से निकली ईलाज की राह, पुराने हाइड्रोसील-हर्निया से पीड़ित मरीजों का हुआ निःशुल्क ऑपरेशन

करतला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ऑपरेशन की सुविधा शुरू

कोरबा 24 सितंबर। कोरबा जिले के दूर दराज के इलाकों के गरीब निवासियों को बीमारियों की जांच और ईलाज की अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शुरू किए गए मेगा स्वास्थ्य शिविरों का असर अब दिखने लगा है। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की पहल पर शुरू हुए इन शिविरों में ग्रामीणों की जांच के दौरान लंबे समय से कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की भी पहचान की जा रही है। इन मरीजों को शिविरों के बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों से निःशुल्क ईलाज के साथ-साथ जरूरत के अनुसार निःशुल्क ऑपरेशन आदि की भी सुविधा दी जा रही है। इसी महीने तीन तारीख को कोथारी में हुए मेगा हेल्थ शिविर में लंबे समय से हाइड्रोसील-हर्निया से पीड़ित लगभग 40 मरीजों की पहचान की गई थी। इनमें से कल पांच मरीजों की हाइड्रोसील और हर्निया का ऑपरेशन करतला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में किया गया। जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. प्रभात पाणीग्राही, निश्चेतक विशेषज्ञ डॉ. एम. एच. पॉल और बीएमओ डॉ. राकेश पटेल की टीम ने इन मरीजों का सफल ऑपरेशन किया। इन पांचो मरीजों का ऑपरेशन और उसमें लगने वाली सामग्री तथा दवाईयों आदि का पूरा खर्चा स्वास्थ्य विभाग ने वहन किया है। निःशुल्क ऑपरेशन होने से इन मरीजों को लंबे समय से चली आ रही बीमारी से तो निजात मिली ही है, इसके साथ ही निजी अस्पतालों में ऑपरेशन कराने के 20 से 25 हजार रूपए भी बच गए हैं। प्रशासन की इस पहल पर ऑपरेशन कराने वाले मरीजों ने खुशी जाहिर की है और कलेक्टर श्रीमती साहू सहित स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों तथा कर्मचारियों को धन्यवाद भी दिया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.बी. बोडे ने बताया कि करतला विकासखण्ड के मदवानी और नोनदरहा गांव के पांच लोग लंबे समय से हाइड्रोसील की बीमारी से पीड़ित थे। इसी तरह नोनदरहा गांव के एक युवक को हाइड्रोसील के साथ-साथ हार्निया की भी बीमारी थी। गरीब परिवारों से ताल्लुक रखने वाले इन मरीजों को आर्थिक तंगी के कारण अपनी बीमारी का ईलाज कराने में परेशानी हो रही थी। लंबे समय से ये सभी मरीज अपनी बीमारियों के साथ ही असहज जीवन जीने पर मजबूर थे। तीन सिंतबर को कोथारी में लगे मेगा हेल्थ शिविर में इन सभी ने विशेषज्ञ डॉक्टरों को दिखाया और अपनी स्वास्थ्य जांच कराई। डॉक्टरों ने बीमारी से छुटकारे के लिए ऑपरेशन करने की अनिवार्यता बताई। डॉ. बोडे ने बताया कि जिले के स्वास्थ्य विभाग ने इन पांचो मरीजों के साथ-साथ हाइड्रोसील की बीमारी से ग्रसित लगभग 40 मरीजों की पहचान की है। कल इनमें से पांच मरीजों की हाइड्रोसील बीमारी का ऑपरेशन डॉक्टरों की टीम ने किया। इसके साथ ही एक मरीज का हार्निया का भी ऑपरेशन किया गया। पांचो मरीज पूरी तरह स्वस्थ हैं। इन्हें लगभग तीन दिन की स्वास्थ्य निगरानी में करतला अस्पताल में भर्ती रखा गया है। ईलाज के लिए जरूरी दवाईयां आदि भी मरीजों को निःशुल्क दी जा रही है।

सीएमएचओ ने बताया कि इन ऑपरेशन्स के साथ कोरबा से 30 किलोमीटर दूर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी मरीजों के ऑपरेशन की सुविधा शुरू हो गई है। अब करतला विकासखण्ड सहित रायगढ़ जिले की सीमा से लगे 100 से अधिक गांवो के मरीजों को जरूरत पड़ने पर ऑपरेशन के लिए जिला अस्पताल या किसी निजी चिकित्सालय में नहीं जाना पड़ेगा। इसके साथ ही गरीब और दूरस्थ वनांचलों में रहने वाले मरीजों को ईलाज के लिए भारी भरकम पैसा भी खर्चा नहीं करना पड़ेगा। डॉ. बोडे ने बताया कि करतला के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ऑपरेशन थियेटर की सुविधा शुरू हो जाने से हाई रिस्क प्रसव की संभावना वाली गर्भवती महिलाओं का भी समय पर संस्थागत सफल प्रसव कराया जा सकेगा। इसके साथ ही बिलासपुर हाटी रायगढ़ राजमार्ग पर स्थित होने के कारण करतला के इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ऑपरेशन की सुविधा सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले लोगों के लिए भी जीवन रक्षक साबित होगी।

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