जिला बनाओ महाभियान को कटघोरा क्षेत्र के अग्रवाल समाज का समर्थन, SDM को सौंपा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन

कोरबा (कटघोरा) 16 सितम्बर। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र एवं संभाग की सबसे पुरानी तहसील क्षेत्र कटघोरा को जिला बनाये जाने की मांग को लेकर जिला बनाओ महाअभियान के बैनर तले क्रमिक धरना प्रदर्शन अनवरत 24 वें दिन भी जारी है. छिर्रा व्यवहार न्यायालय स्थित प्रदर्शन स्थल पहुंचकर आज अग्रवाल समाज के लोगो ने अपना समर्थन दिया तथा प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

उक्ताशय की जानकारी प्रदान करते हुए अग्रवाल सभा कटघोरा के सचिव अजय गर्ग ने बताया कि कटघोरा को जिला बनाने संबंधी आंदोलन को जन आंदोलन बनाने में अधिवक्ता संघ कटघोरा द्वारा क्रमिक धरना प्रदर्शन कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे हैं जिसका नगर विभिन्न संगठनों एवं सामाजिक समुदायों ने समर्थन प्रदान किया है उसी तारतम्य में अग्रवाल समाज कटघोरा की ओर से नव-निर्वाचित पदाधिकारियों एवं अग्र बंधुओं ने अग्रवाल सभा कटघोरा के अध्यक्ष पवन अग्रवाल के नेतृत्व में व्यवहार न्यायालय कटघोरा के सामने धरना स्थल पहुंचकर अपने समाज की ओर से समर्थन देते हुए अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा को तो अवतरित होना ही था लेकिन भागीरथ का नाम के साथ अवतरित होना था उसी प्रकार कटघोरा को जिला बनना निश्चित है लेकिन भगीरथ जैसे प्रयास की आवश्यकता से ही संभव है और अधिवक्ताओं द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए अग्रवाल समाज की ओर से जिस प्रकार से भी सहयोग व संसाधन की आवश्यकता पड़ेगी उसके लिए सहयोग करने का भरोसा दिलाया। इस महाअभियान में शामिल होने वाले सभी वर्गों एवं समुदायों को शुभकामनाओं सहित साधुवाद प्रेषित किया। धरना स्थल से अग्रवाल समाज के सभी साथियों सहित तहसील परिसर स्थित अनुविभागीय दंडाधिकारी “राजस्व” कार्यालय पहुंचकर अनुविभागीय अधिकारी सूर्यकिरण तिवारी को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के नाम से आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कटघोरा को जिला बनाने संबंधी मांगपत्र सौंपा और राज्य सरकार से अविलंब कटघोरा अनुविभाग क्षेत्र को जिले का दर्जा दिए जाने की मांग की।

*ऐतिहासिक व भौगोलिक दृष्टि से भी जिले के लिए कटघोरा का अधिकार*

नगर के अग्रवाल समाज के प्रबुद्धजनों ने इस मांग को क्षेत्रवासियों का अधिकार बताते हुए कहा कि कटघोरा की ऐतिहासिक व भौगोलिक संरचना तथा जनभावनाओं व आकांक्षाओं को दृष्टिगत रखते हुए तथा विकास से विमुख व रोजगार, नागरिक सुविधाएं, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार, उद्योग, आवागमन, परिवहन एवं कारोबार समेत हर दृष्टि से कटघोरा को जिला बनाया जाना अति आवश्यक है. राज्य सरकार को इस मांग पर संज्ञान लेकर इसे पूरा करने की दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए. यह किसी एक वर्ग की नही बल्कि सर्व समुदाय के साथ न्याय का सवाल है. कटघोरा प्रदेश का सबसे पुरातन तहसील है और इसके समकालीन सभी तहसील क्षेत्र जिला के रूप में परिवर्तित हो चुके हैं जिसमें बिलासपुर, जांजगीर, मुंगेली आदि शामिल हैं और यही एक मापदंड ही जिले के दर्जे के लिए काफी है हालांकि कटघोरा हर पैमाने पर खरा उतरता रहा है. कटघोरा जिले के रूप में विकसित होने के लिए हर दृष्टि से योग्य है.

प्रदर्शन में शामिल होने व समर्थन देने वालो में अग्रवाल सभा कटघोरा के अध्यक्ष पवन अग्रवाल, उपाध्यक्ष संजय गोयल, सचिव अजय गर्ग, कोषाध्यक्ष अरविंद मित्तल,सह-कोषाध्यक्ष संतोष अग्रवाल, रमेश अग्रवाल (भवानी) पवन अग्रवाल (ज्योति), बजरंग अग्रवाल, राकेश गोयल,लक्ष्मी गर्ग,अजय धनोंदिया, नवीन गोयल, राकेश अग्रवाल,प्रशांत अग्रवाल, अग्रवाल नवयुवक मंडल के अध्यक्ष पीयुष गर्ग, उपाध्यक्ष अंकुश अग्रवाल व लव अग्रवाल, सचिव निखिल अग्रवाल, कोषाध्यक्ष आदेश अग्रवाल, अनिरूद्ध अग्रवाल एवं अधिवक्ता संघ की ओर से अध्यक्ष सुधीर मिश्रा,भरत पाण्डेय, राजेश पाल,नरेश गुप्ता, राघवेन्द्र सिंह,संजय केला, भुवनेश्वर डिक्सेना, रामशंकर जायसवाल, नरेश साहु, वेदराम कुर्रे, संतोष जायसवाल, राकेश साहू, अशोक दुबे समेत बड़ी संख्या में अग्रवाल समाज के वरिष्ठ व युवा सदस्य, अधिवक्ता संघ के सदस्य, पत्रकार गण एवं नगर वासी उपस्थित थे।

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