एक कांग्रेस नेता जिला बदर, एक की गिरफ्तारी के लिए शुरू हुई पुलिस छापेमारी
कोरबा 2 सितम्बर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद जिले में रंगदारी वसूली को लेकर चर्चा में आये कांग्रेस नेता तौकीर अहमद खान के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई के बाद कांग्रेस के ही एक अन्य नेता विकाससिंह की गिरफ्तारी के लिए छापामारी शुरू हो गयी है। दोनों नेता प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के करीबी माने जाते हैं।
जिला दण्डाधिकारी श्रीमती रानू साहू ने बुधवार पहली सितम्बर को चर्चित कांग्रेस नेता तौकीर अहमद खान को एक वर्ष के लिए कोरबा सहित आसपास से जिलों से बाहर रहने का आदेश पारित किया है। तौकीर अहमद खान एक वर्ष पहले रंगदारी वसूली को लेकर चर्चा में आया था। उस समय वायरल आडियो में राजस्व मंत्री का भी जिक्र था। लेकिन मामला आया-गया हो गया था। तौकीर अहमद के खिलाफ उसके आपराधिक रिकार्ड को देखते हुए और जिले में शांति और
कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिला बदर की कार्रवाई की गयी है।
तौकीर अहमद के खिलाफ जिला बदर का आदेश पारित होने के बाद 24 घंटा भी पूरा नहीं हुआ था, कि राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के ही एक अन्य करीबी कांग्रेस नेता युवा इंटक के जिलाध्यक्ष विकास सिंह की गिरफ्तारी के लिए छापामार कार्रवाई शुरू हो गयी है। गुरूवार 2 सितम्बर की सुबह बड़ी संख्या में पुलिस बल ने विकास सिंह के एस.बी.एस. कालोनी आवास में छापा मारा, लेकिन वह हाथ नहीं आया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर ने बताया कि विकास सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट पर कार्रवाई की जा रही है।
दोनों कार्रवाई की खबर आम होते ही शहर में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। कांग्रेस हल्के में चर्चा है कि ढाई-ढाई साल को लेकर राजस्व मंत्री प्रदेश में परिवर्तन का समर्थन कर रहे हैं, जिसके कारण मुख्यमंत्री के इशारे पर यह कर्रवाई हो रही है। वहीं शहर में यह भी चर्चा है कि राजस्व मंत्री पिछले साल पाला बदलकर मुख्यमंत्री खेमे में चले गये थे और अब टी. एस. सिंहदेव को शीघ्र ही मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। ऐसे में अपने पद पर बने रहने के लिए वे स्वयं कार्रवाई करा रहे हैं, ताकि यह कहा जा सके कि उनका मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मतभेद हो गया है। इस घटनाक्रम को नजीर बनाकर टी. एस. सिंहदेव के मंत्री मण्डल में अपनी जगह बना सकते हैं। बहरहाल ये सब अटकलें हैं। इनकी सच्चाई का दावा नहीं किया जा सकता।