बंगाल हिंसा: पुलिस ने नामजद हत्यारोपियों पर नहीं की कार्रवाई, सभी धर्म विशेष के

कोलकाता 29 अगस्त। पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले के श्रीपुर गांव में हुई एक हिंसा के मामले में नया खुलासा हुआ है. पीड़ित महिला ने केतुग्राम पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा था कि तृणमूल कांग्रेस के कथितकार्यकर्ताओं ने उसके बेटे को अगवा किया, फिर हत्या कर दी. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने जब से बंगाल में चुनावी नतीजों के बाद भड़की हिंसा की जांच की कमान संभाली है, तब से हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं.

सीबीआई ने कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश के बाद से ही केस को पुलिस से टेकओवर कर लिया है. महिला ने अपनी लिखित शिकायत में कहा था कि 4 मई 2021 को शाम करीब 7.30 बजे तृणमूल कांग्रेस के ‘गुंडे’, जो श्रीपुर, पूर्वी बर्दवान में रहते हैं, उन्होंने मेरे बेटे पर हमला किया. महिला ने आरोपियों के नाम भी पुलिस को बताए थे. आरोपियों के नाम शहिदुल आलम मुल्ला, सहानपुर आलम, मेहरजन एसके, शाहजहां और कमालुद्दीन हैं.

महिला ने पुलिस को दी गई अर्जी में साफ कहा है, ‘मेरे घर पर हुआ हमला पूर्व नियोजित था. ‘गुंडे’ ऑयरन रॉड, सब्बल, फायर आर्म, बम और बारूद लेकर आए थे. वे जबरन मेरे घर में घुस गए और लूट की वारदात को अंजाम दिया. उन्होंने मेरे 22 वर्षीय बेटे को किडनैप कर लिया. उसे वे सीरपुर दिघी ले गए. उन्होंने मेरे बेटे को बहुत मारा. उसके शरीर पर कई जगह बड़े जख्म दिए गए. उसे हत्या की नीयत से मारा गया. उन्होंने मेरे बेटे को तब तक मारा जब तक वह बेहोश नहीं हो गया.’

महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि उन्होंने मेरे परिवार को धमकी दी. यह एफआईआर स्थानीय पुलिस स्टेशन में दी गई है. महिला ने एफआईआर में कहा है, ‘मेरे बेटे को मरा हुआ देख वे उसे वहीं छोड़ गए. जब उन्होंने देखा कि पुलिस मौके पर पहुंच रही है, उन्होंने धमकी दी कि वे हमारे हिंदू धर्म को खत्म कर देंगे और फरार हो जाएंगे.’

महिला ने कहा, ‘घायल होने के बाद बेटे को लेकर वह 5 मई को बीआईएमएस हॉस्पिटल पहुंची. रात में करीब 10 बजे बेटे ने जान गंवा दी. आारोपियों ने मेरे कुल का अंत कर दिया. मुझे ‘कुल शून्य’ कर दिया. आरोपी घर में जबरन घुसे और चोरी की. मेरे और मेरे पड़ोसियों के घरों को मिलाकर कुल 10 लाख का माल उन्होंने गायब कर दिया.’

पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के मामलों की जांच कर रही सीबीआई ने शनिवार को नदिया जिले में हत्या के कथित प्रयास के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया. जांच एजेंसी ने गिरफ्तारी से पहले आरोपी बिजॉय घोष और असीमा घोष को कुछ वक्त के लिए हिरासत में लिया था. छपरा के धर्म मंडल नाम के एक शख्स के ऊपर आरोपियों ने 14 मई को हमला किया था. इस केस के सिलसिले में 15 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. सीबीआई ने अब 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. वहीं चुनावी हिंसा पर 10 और प्राथमिकी दर्ज की गई है. अब तक कुल 21 एफआईआर बंगाल हिंसा के संबंध में दर्ज हो चुके हैं.

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