अमेरिका का बदला: ISIS-K के ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक
नई दिल्ली 28 अगस्त: काबुल हवाईअड्डे पर घातक बम धमाके के जवाब में अमेरिका ने अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर हवाई हमले किए. अभी इस बात की कोई जानकारी नहीं मिली है कि इस हमले में आतंकियों को कितना नुकसान हुआ है.
अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले का अमेरिका ने बदला ले लिया है. अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट के आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए. पेंटागन ने बयान जारी कर बताया कि काबुल हवाईअड्डे पर घातक बम धमाके जवाब में अमेरिका अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों हवाई हमले किए. अभी इस बात की कोई जानकारी नहीं मिली है कि इस हमले में आतंकियों को कितना नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि यह हमले शनिवार तड़के ही किए गए हैं. हमलों के बाद खुद पेंटागन की ओर से इस पर बयान दिया गया. अमेरिका ने ऐसे समय हमला किया है जब उसके नागरिक अभी भी अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं.
मारा गया काबुल सीरियल ब्लास्ट का साजिशकर्ता
काबुल ब्लास्ट के जवाब में अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान में IS आतंकियों के खिलाफ एयर स्ट्राइक की है. जानकारी के मुताबिक मानवरहित विमान से नांगरहार में ISISI-K के ठिकाने पर अमेरिकी सेना ने हवाई हमले किए हैं. दावा है कि अमेरिकी सेना ने काबुल ब्लास्ट के साजिशकर्ता को भी ढेर कर दिया है. यूएस सेंट्रल कमांड के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने बयान जारी किया, ‘अमेरिकी सैन्य बलों ने एक ISIS-K प्लानर के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया.’ इस्लामिक स्टेट खुरासन ने काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमलों की जिम्मेदारी ली थी. हालांकि इन ड्रोन अटैक से आईएस को कितना नुकसान हुआ तत्काल इसकी सूचना नहीं है.
पेंटागन ने कहा- खतरों की कर रहे निगरानी
पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों से जिस तरह के इनपुट मिले हैं उससे साफ है कि काबुल हवाई अड्डे पर कभी भी आतंकी हमला हो सकता है. हम निश्चित रूप से इन खतरों के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि हम इन खतरों की निगरानी कर रहे हैं. खतरों को देखते हुए अमेरिकी सेना को अलर्ट कर दिया गया है. मंगलवार तक अफगानिस्तान से सभी अमेरिकी सेना को वापस बुलाने की राष्ट्रपति जो बाइडन की समय सीमा से पहले और हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.