छत्तीसगढ़ में सत्ता का संघर्ष, अभी सोनिया के फैसले का है इंतजार
नईदिल्ली 26 अगस्त। छत्तीसगढ़ सरकार के दो शक्ति केंद्रों के बीच सत्ता संग्राम का अंत होता नहीं दिख रहा है। दो दिन के दिल्ली प्रवास से लौटे मुख्यमंत्री समर्थकों ने बुधवार को हवाई अड्डे पर शक्ति प्रदर्शन किया। उधर दिल्ली में जमे स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव आलाकमान सोनिया गांधी के बुलावे का इंतजार कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि बुधवार को कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के बाद टी एस सिंहदेव भी दिल्ली छोड़ने की तैयारी में थे। छत्तीसगढ़ के प्रभारी महासचिव पी एल पुनिया ने उन्हें एक और दिन के लिए रोक लिया। रात को उनकी कुछ वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात हुई है। टी एस सिंहदेव आज दिल्ली से लौट रहे हैं, लेकिन वे रायपुर आने की जगह भोपाल जाएंगे। सिंहदेव और उनकी टीम को संकेत मिले हैं, कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ओर से समाधान पर चर्चा के लिए एक बार और बुलावा आएगा।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक सिंहदेव ने इस बार केंद्रीय नेतृत्व के सामने स्पष्ट कर दिया है कि सरकार बनने के समय उनसे जो वादा किया गया था, उसे पूरा किया जाना चाहिए। इधर टी एस सिंहदेव खेमा खासा उत्साहित दिख रहा है। उन्हें उम्मीद है कि केंद्रीय नेतृत्व अंतत: उनकी बात मानेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है, कि यह विवाद जितना देर टलेगा सरकार और अगले चुनाव में उतनी दिक्कतें खड़ी करेगा। केंद्रीय नेतृत्व को इसका तुरंत समाधान करना चाहिए। फिलहाल सभी की निगाह सोनिया गांधी के फैसले पर टिकी हुई है। वह फैसला कब आता है और उसके क्या परिणाम होंगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।