रोजगार की मांग को लेकर भू-विस्थापित भूख हड़ताल पर, प्रबंधन का जलाया पुतला
कोरबा 18 अगस्त। रोजगार की मांग को लेकर स्थानीय भू-विस्थापितों ने लैंकों पावर प्लांट प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भू.विस्थापित शैलेष सोनवानी, उमेश सोनवानी, मुकेश सोनवानी, आशीष सोनवानी, सत्यविजय दिव्य ने भूख हड़ताल की चेतावनी दी थी। इसी कड़ी में सोमवार से भूख हड़ताल शुरू की है। मंगलवार को भी आंदोलन जारी रहा।
दूसरे दिन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सदस्य व पदाधिकारियों ने आंदोलन स्थल पर पहुंचकर भूख हड़ताल करने वाले स्थानीय भू-विस्थापितों के आंदोलन का समर्थन किया और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। अपनी मांगों को लेकर व प्रबंधन के विरोध में प्रबंधन का पुतला जलाकर भी विरोध जताया। भू-विस्थापितों ने कहा कि लैंको अमरकंटक पावर प्लांट के लिए वर्ष 2004-2005 में जमीन का अधिग्रहण किया गया था। इसमें अधिकांश लोगों को स्थाई रोजगार दिया गया है। लैंको प्रबंधन ने 1 अक्टूबर 2007 को प्रशासन व भू विस्थापितों के बीच समझौता किया था। इसमें 330 भू-विस्थापितों को स्थाई रोजगार देना था, लेकिन 10 से 12 भू-विस्थापित नाबालिग होने के कारण रोजगार नहीं पा सके थे। बालिग होने के बाद के बाद रोजगार के योग्य हो गए हैं, लेकिन प्रबंधन रोजगार नहीं दे रहा है। उधर देर शाम पुलिस की समझाइश व मुद्दे को लेकर चर्चा के आश्वासन पर आंदोलन को अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया गया है।