लातों के देवता वाले बयान के बाद की गई बृजमोहन के शीध्र स्वस्थ होने की कामना

रायपुर 13 जुलाई: छतीसगढ़ में राजनेताओं की जुबानी जंग जारी हैं। हर नेता अपने निराले बयान को लेकर सुर्खियां बटोरने में लगे हुये हैं। जनता भी इनके बयान पर केवल मजा ले रही हैं। कई बार तो नेता बिना सर पैर तक का बयान दे देते और कहा जाता हैं कि जुबान फिसल गई।

हाल ही में प्रदेश सरकार के मंत्री रविन्द्र चौबे ने कुछ ऐसा कहा कि भाजपा नेता तिलमिला गये। रविंद्र चौबे ने शराब मसले पर तंज कसते हुए डॉ रमन सिंह को पद्म पुरस्कार की सिफ़ारिश करते हुए बताया कि छत्तीसगढ में शराब की नदियाँ बहाने में उनका ही योगदान है। दूसरी तरफ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने चौबे के इस तंज पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि कांग्रेस सरकार से अच्छी नीति भाजपा की सरकार और डॉ रमन की रही। कोंचिए तब शराब नहीं बेचते थे, अब तो घर घर में बिक रही है, मेरे हिसाब से तो जिन्होंने भी अच्छा काम किया उन्हें पद्म पुरस्कार मिलना ही चाहिए।”

लेकिन सियासती तूफ़ान ठीक इसके बाद वाली लाईन पर आया। कद्दावर नेता बृजमोहन ने कहा- सरकार को तो आने वाले समय में जनता सबक़ सिखाएगी, ये पुरस्कार के लायक़ नहीं जो लातों के देवता हैं वो बातों से नहीं मानते।

बृजमोहन का बयान आने के बाद कांग्रेस के नेता कहां चुप रहने वाले थे। इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश संचार विभाग प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा चौबे की गिनती छतीसगढ़ में वरिष्ठ नेताओं में की जाती हैं। बृजमोहन अग्रवाल के शब्द स्तब्ध करने वाले है मुझे लगता हैं उनका मानसिक संतुलन खो गया हैं. मैं उनके शीध्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।

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