महाकाल मंदिर के खुले कपाट, दर्शन के लिए दिशा-निर्देश जारी
उज्जैन 29 जून। मघ्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर सोमवार यानि 28 जून से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। हालांकि महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु सात दिन पहले ऑनलाइन बुकिंग करा सकते हैं, लेकिन मंदिर में उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जाएगा, जो अपने साथ कोरोना टीकाकरण का प्रमाण पत्र अथवा 48 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लेकर आएंगे।
मंदिर प्रबंधन समिति और क्राइसिस मैनेजमेंट समूह ने लिया फैसला
दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान उज्जैन में संक्रमित मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई थी, जिसके बाद ऐहतियात के तौर पर 12 अप्रैल 2021 को महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया था। अब संक्रमण काबू में आ चुका है और मध्यप्रदेश के अन्य शहरों की तरह उज्जैन भी अनलॉक हो गया है। इसीलिए मंदिर प्रबंधन समिति ने क्राइसिस मैनेजमेंट समूह के साथ विचार-विमर्श के बाद 28 जून से मंदिर को खोलने का निर्णय लिया।
अब लम्बे समय के बाद सोमवार से महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू हो गया है। श्रद्धालु यहां सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर प्रबंधन समिति ने निर्णय लिया है कि…
महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश के लिए कोरोना टीकाकरण का प्रमाण पत्र अथवा 48 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा।
दर्शन के लिए निर्धारित 14 घंटे के समय में दो-दो घंटे के सात स्लाट बनाए गए हैं।
प्रत्येक स्लाट में 500 श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
अग्रिम बुकिंग के आधार पर 3,500 दर्शनार्थी प्रतिदिन दर्शन कर सकेंगे।
250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट पर भी श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।
गर्भगृह व नंदी हाल में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।
सभी श्रद्धालु गणेश मंडपम् से भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।