केंद्र सरकार ने इसलिए बदल दिया डीएमएफ का नियम
डीएमएफ की राशि को मंत्रियों और विधायकों ने अपनी पॉकेट मनी की राशि मान ली थी…इस वजह से केंद्र सरकार ने नियमों में संशोधन किया है-बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर 5 जून: पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार में डीएमएफ के राशि का लगातार दुरुपयोग हो रहा था. राज्य सरकार लगातार डीएमएफ के नियमों की अनदेखी कर रही थी. डीएमएफ की राशि को मंत्रियों और विधायकों ने अपनी पॉकेट मनी की राशि मान ली थी. इस वजह से केंद्र सरकार ने नियमों में संशोधन किया है. इससे डीएमएफ में होने वाले भ्रष्टाचार और दुरुपयोग में कमी आएगी.
गौरतलब हैं कि जिला खनिज न्यास निधि यानी डीएमएस पर केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन ने प्रदेश में एक बार फिर सियासत गरमा दी है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक अब डीएमएफ कमेटी के अध्यक्ष कलेक्टर होंगे. सांसद बतौर सदस्य समिति में शामिल रहेंगे.
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पहले के फैसले को बदलते हुए प्रभारी मंत्रियों को डीएमएफ समिति का अध्यक्ष बनाया था. विधायकों को समिति में बतौर सदस्य शामिल किया गया था. जबकि कलेक्टर समिति के सचिव बनाए गए थे. अब केंद्र सरकार के फैसले को लेकर भाजपा और कांग्रेस एक बार फिर आमने-सामने हैं. राज्य सरकार इसे जनप्रतिनिधियों के अपमान से जोड़कर देख रही है. वहीं विपक्ष डीएमएफ के पैसे के दुरुपयोग का आरोप लगा रहा है.