कोरोना काल में संकटग्रस्त लोगों की मदद को आगर साहित्य समिति ने बढ़ाया हाथ

मुंगेली 25 मई। देश व समाज में घट रही घटनाओं के प्रति कवि संवेदनशील होते हैं । उनकी दृष्टि समाज के शिखर पुरूष से समाज के अंतिम व्यक्ति तक समान रूप से जाती है । इसलिए कहा गया है – ‘जहाँ न पहुंचे रवि, वहाँ पहुंचे कवि।’ नगर की सबसे पुरानी साहित्यिक संस्था आगर साहित्य समिति मुंगेली द्वारा समय समय पर किये गये सहयोग से समझा जा सकता है, कि कवि सिर्फ लिखने के लिए ही नहीं सहयोग के भाव से भी हाथ बढाते हैं । कोरोना के इस कठिन दौर में जब सभी प्रकार के व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे । दैनिक आवश्यकता की सामाग्री के लिए जरूरतमंद लोगों को समस्या दिख रही हो । तब आगर साहित्य समिति के साहित्यकारों ने अपने व्यय पर कुछ कटौती करके थोड़ा थोड़ा सहयोग कर 12600/- (बारह हजार छ: सौ रूपये) इकट्टा किया । जरूरतमंदो के सहयोग के लिए काम करने वाली सामाजिक संस्था ‘प्रयास’ अ स्माल स्टेप संस्था मुंगेली को राशि भेंट किया।

गत वर्ष भी आगर साहित्य समिति मुंगेली के साहित्यकारों द्वारा कोरोना कॉल में 22202/-(बाईस हजार दो सौ दो रूपये) व 80 लीटर दूध का सहयोग किया गया था । इसके साथ ही कोरोना से लोग मानसिक रूप से परेशान से हो गये हैं । आगर साहित्य समिति इस समय प्रति गुरूवार व रविवार को सायं 4 बजे से 5:30 तक आनलाईन कवि सम्मेलन करके लोगों को काव्यानंद देने का काम कर रही है । इस कवि सम्मेलन में प्रदेश के मंचीय कवि जुड़कर अपनी कविता से आनंदित कर रहे हैं ।

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