शिक्षा विभाग का विवाद गर्माया.. फर्जी संगठन प्रगतिशील शिक्षक समुदाय के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित

कोरबा 10 मई। शिक्षा विभाग में चल रहा विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी के एक विवादित मौखिक फरमान के बाद ही विभिन्न शिक्षक संघ व शासकीय कर्मचारी संघ ने उनके विरुद्ध मोर्चा खोल रखा है। खुद को चारों ओर से घिरता देख जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा भी एक फर्जी संघ बनवाकर अपने पक्ष में व्यक्तव्य दिलवा दिया गया। अब एक तरफ ऐसे मलाईदार शिक्षक है जो डीईओ के हां में हां मिला रहे है और दूसरी तरफ वे लोग है जो सही को सही और गलत को गलत कहते है। डीईओ के तुगलकी फरमान का जब विरोध हुआ तो मलाईदार ओहदे में बैठे कुछ प्राचार्य व ब्याख्याता डीईओ के समर्थन में आ गए । आये तो ठीक लेकिन उनके समर्थन में सहमति पत्र देकर अपनी फजीहत करा लिए। इसके विरोध में जिले भर के शिक्षकों व विभिन्न संघों ने जिला शिक्षा अधिकारी व प्रगतिशील शिक्षक समुदाय के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया हैं।

दरअसल शिक्षा विभाग में चल रहे हिटलरशाही का कुछ प्राचार्य एवं ब्याख्याता जमकर समर्थन करते हुए चाटुकारिता में लगे है, जबकि शिक्षक समाज का वो आईना है जो समाज को अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाता है। लेकिन चंद लोग निज स्वार्थ के चक्कर में पड़कर प्रतिष्ठित पद को बदनाम कर रहे है।शिक्षा विभाग में हुए हालिया मामलों को देखे तो डीईओ के काले कारनामे पर पर्दा ढ़कने का काम कुछ प्राचार्य व ब्याख्याता कर रहे है।
प्राचार्य और ब्याख्याताओ के द्वारा किये गए समर्थन का जमकर विरोध जो रहा है। सोमवार को शासकीय अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन व अन्य संघों ने प्रगतिशील शिक्षक समुदाय को फर्जी बताते हुए उनके द्वारा डीईओ को दिए गए समर्थन का विरोध करते हुए इसके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया है।

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