एसईसीएल कोरबा जीएम कार्यालय में लगा वाहनों का रेला, कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश

  • जीएम कार्यालय के सामने से गुजरते हुए परिसर में गाड़ियों की संख्या देख नाराज हुए कलेक्टर-एसपी
  • मुड़ापार के एसईसीएल कोविड अस्पताल में पहुंचकर व्यवस्थाओं का लिया जायजा

कोरबा 29 अप्रैल 2021। पूर्ण तालाबंदी के दौरान निरीक्षण करते कलेक्टर-एसपी ने आज एसईसीएल कोरबा के जीएम कार्यालय का निरीक्षण करने के निर्देश एसडीएम श्री सुनील नायक को दिए। कोविड नियंत्रण के लिए जिले मंे लागू लाॅक डाउन के पालन का निरीक्षण करने निकली कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल और एसपी श्री अभिषेक मीणा ने जीएम कार्यालय के सामने से गुजरते हुए कार्यालय परिसर में बड़ी संख्या में खड़े वाहनों और चहलकदमी करते लोगों को देखा। दोनों अधिकारियों ने इस पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने जीएम कार्यालय में इतनी अधिक संख्या में वाहनों की मौजूदगी देख बड़ी संख्या में लोगों के कार्यालय में होने और भीड़ जैसी स्थिति की आशंका को देखते हुए मौके पर ही एसडीएम श्री सुनील नायक को जांच करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने एसडीएम को पूर्ण तालाबंदी का सख्ती से पालन करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लाॅक डाउन के दौरान बेवजह लोगों की आवाजाही बंद की जाये। आपातकालीन स्थिति को छोड़कर बिना वजह घर से निकलने वालों पर महामारी अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई भी की जाये।
    उल्लेखनीय है कि जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और कोरोना से आमजनों को संक्रमित होने से बचाने के लिए पांच मई रात 12 बजे तक पूर्ण तालाबंदी घोषित की गई है। जिले के सभी केन्द्रीय, शासकीय, अर्द्धशासकीय और अशासकीय, सार्वजनिक कार्यालय लाॅकडाउन की अवधि में बंद रहेंगे। टेलिकाॅम, रेलवे संचालन एवं रखरखाव से जुड़े कार्यालय वर्कशाॅप, रेक पाॅइंट पर लोडिंग-अनलोडिंग का कार्य, खाद्य सामग्री के थोक परिवहन, धान मिलिंग के लिए वाहन परिवहन संचालित होंगे। कार्यालयों के सभी पदाधिकारी और कर्मी अपने घरों से कार्यालयीन कार्यों का निष्पादन करेंगे। लाॅकडाउन अवधि के दौरान अनवरत उत्पादन प्रक्रिया वाले औद्योगिक संस्थानों और फेक्ट्रियांे जिनमें ब्लास्ट फर्नेस, बायलर, स्मेलटर आदि और एल्युमिनियम कारखानें और कोयला खदानों को लाॅकडाउन के प्रतिबंधों से छुट रहेगी। ये सभी संस्थान कम से कम अनिवार्य आवश्यकता के हिसाब से अधिकारी-कर्मचारियों का उपयोग कर संस्थानों में काम करा सकेंगे। संस्थानों में काम के दौरान कर्मचारियों के बीच कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने की जिम्मेदारी कार्यकारी औद्योगिक संस्थान की होगी। संस्थानों में घर से काम की प्रवृत्ति को बढ़ावा दिया जायेगा और काम करने वाले अधिकारी, कर्मचारी, श्रमिकों की पूरी जानकारी प्रतिदिन जिला प्रशासन को देनी होगी।किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं होगी। कलेक्टोरेट, एसपी आफिस, एडीएम कार्यालय, एडिशनल एसपी कार्यालय, डीएसपी कार्यालय, कोषालय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, सभी ब्लाक चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, सभी एसडीएम आफिस, तहसील एवं पुलिस थाना तथा चैकियां इस प्रतिबंध से अलग रहेंगी। परंतु इन कार्यालयों में आम जनता का प्रवेश निषिद्ध होगा।

मुड़ापार हास्पिटल भी पहुंची श्रीमती कौशल, कोविड जांच और मरीजों के ईलाज की व्यवस्थाओं की ली जानकारी

जिले में लागू लाॅक डाउन के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर-एसपी ने कोरबा शहर के मुड़ापार स्थित एसईसीएल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने अस्पताल पहुंचकर कोविड जांच केंद्र मंे उपस्थित मेडिकल स्टाफ से बात की तथा जांच के दौरान कोविड पाजिटिव पाये जाने पर दी जाने वाले दवाईयों के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने अस्पताल के प्रभारी डाक्टरों से भी चर्चा की और कहा कि कोविड पाजिटिव पाये जाने पर मरीजों की स्वास्थ्य अनुसार उन्हें होम आईसोलेशन या अस्पताल में भर्ती कर ईलाज किया जाये। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की सतत् निगरानी की जाये तथा तबीयत बिगड़ने पर उन्हे उपयुक्त कोविड अस्पतालों में भर्ती की जाये। अस्पताल के प्रभारी डाक्टर ने बताया कि इस अस्पताल में 30 बिस्तरों का कोविड अस्पताल संचालित किया जा रहा है। अस्पताल में कुल बिस्तरों में से 15 बिस्तरों में आक्सीजन की सुविधा भी उपलब्ध है।

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