कोरोना से जिंदगी की जंग हार गया भारत का एक और जांबाज़
■ रॉ के पूर्व एजेंट मनोज रंजन का निधन
लखनऊ 27 अप्रेल: पाकिस्तान में कई साल कैद में रहने वाले रॉ के पूर्व एजेंट मनोज रंजन दीक्षित का हौंसला दुश्मन के अत्याचार के आगे नहीं डिगा लेकिन कोरोना से ये टाइगर जिंदगी की जंग हार गया है. सोमवार को सुबह रॉ के पूर्व एजेंट मनोज रंजन दीक्षित का निधन हो गया. उनको कोविड अस्पताल में भर्ती कराने के लिए कड़ी जद्दोजहद की गई लेकिन उनको भर्ती नहीं करवाया जा सका.
आपको बता दें कि वे पाकिस्तान में यूनुस, युसुफ और इमरान बनकर जासूसी की. 1992 में अफगानिस्तान बॉर्डर पर रॉ के एजेंट मनोज कुमार दीक्षित को गिरफ्तार किया गया था. उनको पाकिस्तान में टॉर्चर किया लेकिन उन्होंने देश से गद्दारी नहीं की.
पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत के निर्देश पर उनको 2005 में रिहा किया गया था.भारत आने के बाद 2007 में मनोज रंजन ने शादी कर ली लेकिन 2013 में उनकी पत्नी की कैंसर से मौत हो गई. वे गोमती नगर विस्तार में स्टोर कीपर की नौकरी करते थे लेकिन लॉकडाउन की वजह से उनकी नौकरी छूट गई. इससे उनके हालात खराब हो गए.