बेटे के अंतिम संस्कार से लौटे पिता ने उसी रोज दमतोड़ा

■ जैन परिवार के लिए काल भरा दिन रहा

रीठी(कटनी) 12 अप्रैल: कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए मुक्तिधाम में अपने इकलौते पुत्र का अंतिम संस्कार कर घर लौटे पिता को गहरा सदमा लगा जिसे वे बर्दाश्त नहीं कर सके और उसी रोज उन्होंने भी दम तोड़ दिया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार कटनी जिले की रीठी तहसील मुख्यालय अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़गांव निवासी नरेश कुमार जैन (टप्पू भैया) के निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार से वापस लौटे उनके वृद्ध पिता श्रीचंद जैन का भी सदमे से दुखद निधन हो गया। रविवार का दिन जैसे जैन परिवार के लिए काल भरा दिन रहा हो शोकाकुल परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

बताया गया कि बड़गांव निवासी नरेश कुमार जैन को सांस लेने में तकलीफ होने पर विगत 7 अप्रैल को इलाज के लिए कटनी ले गए थे। यहां से डॉक्टरों ने उन्हें जबलपुर रेफर कर दिया था। जबलपुर में इलाज के दौरान 11 अप्रेल को नरेश जैन की मौत हो गई। परिजन एंबुलेंस से पार्थिव शरीर को लेकर सीधे मुक्तिधाम लेकर पहुंचे यहां कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए अंतिम संस्कार किया गया। इकलौते बेटे के निधन की खबर को सुनकर वृद्ध पिता की अचानक तबीयत खराब हो गई। अंतिम संस्कार के बाद वापस लौटे उनके वृद्ध पिता श्रीचंद जैन ने भी दम तोड़ दिया। परिजनो ने वृद्ध पिता का भी कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करते हुए स्थानीय मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया। बड़गांव निवासी जैन परिवार पर आई इस आपदा की जानकारी जिसे भी लगी सभी सहम गए। बताया गया कि नरेश जैन के पुत्र नितिन जैन इलाज के लिए पापा को कटनी लेकर गए थे। यहां से डॉक्टरों ने उन्हें जबलपुर रेफर किया था। नितिन जैन ने पिता को मुखाग्नि दी थी। नितिन के दादा व नरेश जैन के पिता श्रीचंद जैन को मुक्तिधाम लेकर गए थे ताकि वे अपने बेटे नरेश को अंतिम बार देख सकें। उसके बाद जब वापस लौटे तो नितिन के दादा मृतक नरेश जैन के पिता श्रीचंद ने भी दम तोड़ दिया।

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