छत्तीसगढ़ नक्सली हमले पर ट्विट कर ट्रोल हुए कन्हैया कुमार
नक्सली हमला: बेशर्म सत्ता से पूछिए कितने मंत्रियों के बच्चे फौज में शामिल होते हैं?
नईदिल्ली 6 अप्रेल। सीपीआई नेता और जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने ट्विटर पर छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में मारे गए जवानों को लेकर एक ट्वीट किया। जिसके बाद कन्हैया सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। दरअसल, कन्हैया कुमार ने अपने ट्वीट में नक्सली हमले में मारे गए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उनके बेटे जय शाह को निशाने पर लिया। उनके इसी ट्वीट को लेकर कई ट्विटर यूजर्स और नामी गिरामी हस्तियों ने उनकी क्लास लगा दी।
जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बाप गृहमंत्री-बेटा बीसीसीआई सेक्रेटरी, बाप किसान-बेटा जवान। बेशर्म सत्ता से पूछिए कि कितने मंत्रियों के बच्चे फ़ौज में शामिल होते हैं? कायराना नक्सली हमले में लहू देश के आम लोगों का बहता है और कुर्सीजीवी इसका फायदा उठाते हैं। देश को ये साज़िश समझना होगा. वीर जवानों व किसानों को नमन! उनके इस ट्वीट को 18 हजार से ज्यादा लोगों से पसंद किया तो वहीं कई यूजर्स ने उनके इस ट्वीट पर जमकर प्रतिक्रिया दी
मशहूर गायिका मालिनी अवस्थी ने भी कन्हैया कुमार के इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी। मालिनी अवस्थी ने कन्हैया कुमार को निशाने पर लेते हुए कहा कि नेता बनने की कोशिश में दर दर भटकने वाले, अपनी जमानत तक न बचा सकने वाले, देश के टुकड़े हजार का नारा गढ़ने वाले”, “जवानों की शहादत पर उत्सव मनाने वाले”, नक्सलियों को क्रांतिकारी मानने वाले, नक्सल कॉमरेड फिर से बिल से निकल आये हैं! पहचानिए और दुत्कारिए नक्सलियों के इन पोषकों को।
मालिनी अवस्थी के अलावा टीवी एंकर रहीं ऋचा अनिरुद्ध ने भी सीपीआई नेता के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि सवाल पूछने वाले खुद फौज में नहीं गए और खुद भी नेता, मंत्री बनने के ही सपने देख रहे हैं। लेकिन सवाल पूछने में क्या जाता है। एक हमला हुआ है, हमारे जवान शहीद हुए हैं, उस पर भी राजनीति करने का मौका कैसे छोड़ दें? अरे भाई,पहले ये बताओ खुद फौज में क्यों नहीं गए? क्यों राजनीति में आए? मालिनी अवस्थी और ऋचा अनिरुद्ध के अलावा कई लोगों ने भी ट्विटर पर कन्हैया कुमार से जमकर सवाल पूछा।
शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में माओवादियों के साथ हुए मुठभेड़ में सुरक्षा बल के 23 जवान शहीद हो गए। साथ ही करीब 31 जवान इस हमले में घायल हो गए।