मुख्यमंत्री उद्वव की पूर्व मुख्यमंत्री फणनवीस व राज ठाकरे से कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर फोन पर चर्चा..
मुम्बई से नरेन्द्र मेहता
■ युध्द स्तर पर किया जा रहा बेड का इंतजाम
■ महाराष्ट्र में सोमवार से नाईट कर्फ्यू, दिनभर 144 धारा लागू
मुंबई 4 अप्रैल. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. कई दिनों से रोजाना लगभग 50 हजार नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण राज्य सरकार लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है. रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को फोन कर राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस के कारण कड़े प्रतिबंध लगाने की बात कही है.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने आधिकारिक ट्वीट कर बताया है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे से फोन पर बात करके कहा है कि राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है. ऐसी स्थिति में एमएनएस राज्य सरकार को सहयोग करें. उद्धव ठाकरे ने कहा, “हालात बहुत गंभीर हैं, इसलिए कड़े प्रतिबंध लगाने होंगे.” इस पर फडणवीस ने कहा, “जो जरूरी सहयोग चाहिए होगा, वह हम करेंगे.”
वही महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के नए मामलों में उछाल के बीच राज्य सरकार ने रविवार को कई अहम फैसले किए. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में महाराष्ट्र में सोमवार से नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है. कोरोना को रोकने के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं, जिसे कल शाम 8 बजे से लागू किया जाएगा. रात 8 से सुबह 7 बजे तक कर्फ्यू रहेगा और दिन भर धारा 144 लागू रहेगी, जिसके तहत 5 से ज़्यादा लोग जमा नहीं होंगे. इसके साथ ही वीकेंड पर लॉकडाउन रहेगा. शुक्रवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक स्ट्रिक्ट लॉकडाउन रहेगा.
*मुंबई में और बिस्तरों की व्यवस्था की जाएगी*
कोविड-19 के मामले बढ़ने के मद्देनजर मुंबई नगर निकाय ने रविवार को कहा कि उसने शहर में संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सा केंद्रों में और अधिक बिस्तरों की व्यवस्था करने का फैसला किया है. शहर में शनिवार को कोरोना वायरस के 9,108 नए मामले सामने आए, जो एक दिन में आए संक्रमण के सबसे अधिक मामले हैं. महानगरपालिका आयुक्त आई एस चहल ने एक बयान में कहा, ‘‘हमने वृहन्मुंबई महानगरपालिका (एमसीजीएम) के तहत आने वाले कोविड-19 स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों और कोविड-19 अस्पतालों में पिछले सात दिन में अतिरिक्त 3,000 बिस्तरों की व्यवस्था की है.’
चहल ने स्पष्ट किया कि कुछ मरीज अपने पसंद के अस्पताल में भर्ती होने का इंतजार करने के कारण गंभीर स्थिति में जा रहे हैं. अगर बीमारी के लक्षण हैं तो मरीजों को तुरंत इलाज के लिए जहां बिस्तर मिलें, वहां भर्ती हो जाना चाहिए, क्योंकि हर जगह इलाज की प्रक्रिया समान है और अब काफी अच्छी व्यवस्था है.