मार्च माह में लगातार चार दिन बैंक बन्द रखने का ऐलान
रायपुर 5 मार्च। बजट में वित्तमंत्री द्वारा कुछ सरकारी उपक्रमों के निजीकरण की मंशा जताने के बाद बैंक अधिकारी और कर्मचारी बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं। बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने मार्च में लगातार चार दिन बैंक बन्द रखने का ऐलान किया है।
ज्ञातव्य हो कि हाल ही में बजट में वित्तमंत्री द्वारा कुछ सरकारी उपक्रमों के निजीकरण की मंशा जताई गई, जिसमें चार बैंको का भी नाम लिया गया है। ये चार बैंक कौन से होंगे ये अभी स्प्ष्ट नहीं है लेकिन बैंक कर्मचारी संगठनों ने अभी से लामबंद होना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही सारे देश मे प्रदर्शन व आंदोलन की रूपरेखा बना ली गई है। इसी तारतम्य में आगामी 15 व 16 मार्च को सभी बैंक अधिकारी व कर्मचारी संगठन देशव्यापी हड़ताल पर जाएंगे। इसके पहले 13 व 14 मार्च को क्रमशः दूसरे शनिवार व रविवार होने के कारण बैंक बन्द रहेंगे, जिसके कारण बैंक पूरे चार दिन पूर्णतः बन्द रहेंगे। सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोध में व बैंक यूनियंस के समर्थन में 17 मार्च को जीआईसी व 18 मार्च को एलआईसी द्वारा भी देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है।
सेंट्रल बैंक एम्प्लाइज यूनियन के प्रदेश महासचिव शक्ति सिंह ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि इन आंदोलनों के बाद भी अगर केंद्र सरकार अपने निजीकरण के फैसले को वापस नहीं लेती है तो बैंक यूनियन विशेषकर युवा बैंकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने का मन बना चुके हैं। शक्ति सिंह ने कहा कि निजीकरण ना केवल बैंक कर्मचारियों अपितु आम जनता के लिए भी अहितकारी होगी, चूंकि निजी कम्पनिया केवल लाभ के लिए कार्य करती है व उनका लोकहित के कार्यों से कोई सरोकार नहीं होता है। वहीं लोक उपक्रम बैंक्स सरकार की हर योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का व बैंकिंग सुविधाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य करती है। इसलिए इस आंदोलन में ना केवल बैंक अधिकारी व कर्मचारी बल्कि आम जनता को भी अपना पूरा समर्थन देना चाहिए।