महिला से सामूहिक बलात्कार व मारपीट की घटना झूठी निकली
कोरबा 3 मार्च। एक महिला ने अपने साथ सामूहिक बलात्कार, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने संबंधी झूठी शिकायत कर दी। कोतवाली टीआई के नेतृत्व में हुई जांच में मामला और शिकायत दोनों झूठे निकले। टीआई की पारदर्शी और सूक्ष्म जांच का परिणाम रहा कि इस मामले में आरोपी बनाए जा रहे 6 लोगों के दामन पर लग रहा दाग साफ हो गया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक एक महिला ने 1 मार्च को पुलिस अधीक्षक से पथर्रीपारा निवासी लखनदास महंत, उत्तमदास महंत व इनके 4-5 साथी के खिलाफ लिखित शिकायत की। इनके द्वारा ग्राम जैजैपुर जिला जांजगीर के बांसबाड़ी में जान से मारने की धमकी देकर बलात्कार किया गया और जबरन चेक व कोरे कागज में हस्ताक्षर कराने के लिए मारपीट की गई। बलात्कार करने का वीडियो भी उपरोक्त लोगों द्वारा बना लेने की शिकायत की गई थी। पुलिस अधीक्षक ने महिला संबंधी अपराध होने से प्रकरण को गंभीरता से लिया, किंतु घटना के एक माह बाद शिकायत करने के कारण संदेहास्पद भी माना। शिकायत की जांच व कार्रवाई के लिए कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश शर्मा को निर्देशित किया गया। दुर्गेश शर्मा के नेतृत्व में महिला एसआई श्रीमती भावना खण्डारे के द्वारा महिला से पूछताछ कर बयान कलमब किया गया। महिला ने बताया कि लखनदास महंत से उधार में लिए गए डेढ़ लाख रुपए को वह वापस कर पाने असमर्थ है और लखन द्वारा बार-बार रुपए मांगने से परेशान होकर उसे रुपए वापस न करना पड़े इसलिए शिकायत की थी। इस तरह आवेदिका महिला ने अपने कथन में शिकायत को असत्य व झूठा बताया है। शिकायत की जांच में उसके साथ किसी प्रकार की कोई घटना नहीं होना पाया गया।
दगाबाज प्रेमिका को भी पहुंचाया सलाखों के पीछेः-कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा के द्वारा मामलों व शिकायतों की सूक्ष्म जांच का ही नतीजा रहा कि जनवरी माह में न्यू हाउसिंग बोर्ड खरमोरा निवासी प्रेमकांत साहू के ऊपर उसकी प्रेमिका के द्वारा किए जा रहे अत्याचारों से निजात मिली। प्रेमिका ने एक साल पूर्व बने प्रेम संबंध और सहमति से स्थापित शारीरिक संबंध के एवज में 3 लाख रुपए प्रेमी से वसूल लिया और 25 हजार रुपए हर महीना देने के लिए ब्लैक मेल कर रही थी। बेरोजगार प्रेमी आत्महत्या का प्रयास भी कर चुका था। कोतवाली टीआई ने त्वरित जांच कर दगाबाज प्रेमिका को जेल का रास्ता दिखाया।