विधायक और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कवंर बैठे बेमुद्दत भूख हडताल पर, तहसीलदार कोरबा को तत्काल निलंबित करने की मांग

कोरबा 1 फरवरी। तहसीलदार पर राजनीतिक दबाव में पक्षपात पूर्ण कार्रवाई कर आरोप लगाते हुए जिले के रामपुर क्षेत्र से विधायक और छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर सोमवार को बेमुद्दत भूख हड़ताल पर बैठ गये। मौके पर वार्ड के नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद हैं। नागरिकों में राजस्व विभाग के खिलाफ गहरा आक्रोश व्याप्त है।
विधायक ननकीराम कंवर ने बताया कि नगर निगम के वार्ड क्रमांक.-25 नेहरू नगर के कुआंभट्ठा मोहल्ले में पचास साल से भी अधिक समय से शासकीय जमीन पर झुग्गी झोपड़ी बनाकर सैकड़ो परिवार निवासरत है। इनमें से अधिकांश गरीबों को शासन की योजना के तहत आवासीय पट्टा भी दिया गया हैै। इन्हीं में मुर्तजा अंसारी भी शामिल है। वह पच्चीस वर्षों से भी अधिक समय से यहां निवासरत है।
उन्होंने बताया कि मुर्तजा अंसारी जहां निवासरत है, उस भूमि का कूटरचित दस्तावेज तैयार कर कब्जा-करने-कराने का प्रयास उच्च स्तरीय सांठ-गांठ से किया जा रहा है। मामला तहसीलदार कोरबा के न्यायालय में चल रहा था। तहसीलदार की एक पक्षीय कार्रवाई को देखते हुए मुर्तजा अंसारी ने प्रकरण में ट्रांसफर पिटीशन पिछले दिनों दिनों दायर किया था। नियमानुसार इसके पश्चात तहसीलदार को प्रकरण में कोई भी कार्रवाई करने का अधिकार नहीं होता। लेकिन राजनीतिक संरक्षण और दबाव में तहसीलदार ने ट्रांसफर पिटीशन लगने के बाद 30 जनवरी को कब्जा हटाने का आदेश पारित कर दिया। यही नहीं, मुर्तजा अंसारी को निययतः अपील का अवसर भी देना था, लेकिन अपील का अवसर दिये बिना उसके घर पर एक फरवरी से पहले कब्जा हटाने का नोटिस चस्पा कर दिया। इतना ही नहीं, एक फरवरी की सुबह पुलिस अमला और डोजर मशीन लेकर तोड़फोड़ करने के लिए भी मौके पर पहुंच गये।

उन्होंने बताया कि पीड़ितों को जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर रहेंगे। उन्होने 30 तारीख को तहसील कार्यालय से कब्जा खाली कराने हेतु जारी आदेश को असंगत बताते हुए पीड़ित पक्ष को अपील का पर्याप्त अवसर नहीं दिए जाने और मंत्री के दबाव-प्रभाव में गरीबों की बस्ती में जमीनों को हथियाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की निंदा की। उन्होंने कल ही इस मामले की जानकारी जिला कलेक्टर को देते हुए कार्यवाही को असंगत बताया था। उन्होंने आज सचिव, राजस्व छत्तीसगढ़ शासन एवं मुख्यमंत्री तक प्रशासन की इस कार्यवाही को असंगत बताते हुए तहसीलदार को तत्काल निलंबित करने की मांग की। विधायक ननकीराम कंवर के बेमुद्दत भूख हड़तसल में बैठने के बाद प्रशासन ने तात्कालिक रूप से अपनी कार्यवाही शिथिल कर दी है, लेकिन ननकीराम कंवर का कुआंभट्टा में हॉटस्पॉट बने तथाकथित बेजा कब्जा स्थल पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी है। अब देखना होगा इस पर जिला प्रशासन व छत्तीसगढ़ शासन इस पर छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री ननकीराम के इस विरोधी व गरीबों के हित पर जायज मांग पर किस तरह न्याय करती हैं।
उल्लेखनीय है कि राजनैतिक संरक्षण दिए जाने की संबंधित कोशिशों का ही नतीजा है कि कोरबा शहर के आस-पास अनेक हिस्सों में सरकारी जमीन बेजा कब्जा का शिकार हो चुके हैं। जिस स्थान पर आज गतिरोध कायम है, उसी वार्ड के बड़े हिस्से में ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में काफ ी मात्रा में अतिक्रमण कर लिया। यहां लगाए गए नीलगिरी और अन्य प्रजाति के पेड़ों को काटने के साथ पार कर दिया गया। एसईसीएल जंगल कालोनी, कृष्णा नगर खरमोरा और मैग्जीन क्षेत्र में इस तरह के मामले लगातार प्रकाश में आ रहे हैं। कुछ मौकों पर निगम की टीम ने यहां पर कार्रवाई जरूर की है लेकिन बार-बार नेताओं के फ ोन आने से बनने वाले दबाव के कारण अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आ सक रहे हैं।

Spread the word