पूर्व मंत्री की बहू और पोती की बेरहमी से हत्या, परिजनों पर घूम रही शक की सुई
रायपुर 31 जनवरी। प्रदेश के दिवंगत वनमंत्री डीपी घृतलहरे की बहू और 9 साल की पोती की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। दोनों की लाश शनिवार देर रात उनके घर के बेड के अंदर मिली है। हत्यारे ने उनके शव को पलंग के कबर्ड में डाल दिया था।
परिवार खम्हारडीह इलाके के सतनाम चौक का रहने वाला था। खम्हारडीह थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। पूर्व मंत्री के बेटे और महिला के पति तरुण से भी पूछताछ की गई। हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है।
महिला का नाम नेहा और उसकी 9 साल की बेटी का नाम अनन्या था। नेहा के घर वालों ने तरुण पर इस मर्डर की प्लानिंग का आरोप लगाया है। मां-बेटी की हत्या को शनिवार शाम 7 से 8 बजे के बीच अंजाम दिया गया। मायके पक्ष ने पुलिस को बताया कि नेहा का फोन नहीं लग रहा था।इसलिए पास ही रहने वाली नेहा की बहन मेघा घर पर हालचाल जानने आई। मेघा ने पुलिस को बताया कि दरवाजा बाहर से बंद था। लेकिन नेहा की स्कूटी और जूते यहीं पड़े थे। मेघा ने अपने एक भाई आकाश को फोन किया।
इस बीच आकाश ने पुलिस को सूचना दी और दूसरी तरफ मेघा ने कुछ लोगों के साथ मिलकर दरवाजे की कुंडी तोड़ दी। अंदर सभी लाइट्स बंद थीं। कमरे में नेहा का नंदोई डॉ आनंद राय और उसका एक साथी दीपक छुपे मिले।
मेघा ने इन लोगों को पकड़ लिया। तब तक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घर के पिछले कमरे में बेड के गद्दे वगैरह बेतरतीब थे। मेघा ने अपने रिश्तेदारों को फोन किया। सभी वहां पहुंच गए। बेड का कबर्ड हटाने पर अंदर नेहा और उसकी बेटी अनन्या की लाश मिली। दोनों के गले में स्पोर्ट्स शू के नीले रंग के लेस बंधे मिले और मुंह से झाग निकल रहा था। पुलिस ने डॉ आनंद और दीपक को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ जारी है।
घटना की जानकारी देकर पुलिस ने पति तरुण को बुलवाया। आते ही उसने हत्या से किसी भी तरह की जानकारी से इंकार किया। उसने बताया कि वो पिछले तीन दिनों से 80 किलोमीटर दूर चक्रवाय गांव में था। किसी से रुपयों का हिसाब बाकी था इसी सिलसिले में वो वहां गया हुआ था।
पुलिस को यह भी पता चला कि तरुण ब्याज के रुपयों का काम करता है । इस वजह से उसका कुछ लोगों से विवाद भी था। तरुण प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अनुसूचित जाति विंग का नेता भी है।
नेहा के रिश्तेदार वेद राम मनहरे ने पुलिस बताया कि पति-पत्नी के बीच पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। मुझे लगता है कि तरुण ने ही पूरी प्लानिंग के तहत इस साजिश को अंजाम दिया है। इसमें उसका साथ नंदोई डॉ आनंद ने भी दिया होगा। साल 2010 में अपनी पसंद से ही आपस में दोनों ने शादी की थी। फिलहाल पुलिस भी इस मामले में पूछताछ कर रही है।
देर रात शवों की जांच करने आई फॉरेंसिक टीम के एक्सपर्ट ने बताया कि हत्या जूते के लेस से की गई है। दोनों एक ही जूते की लेस हैं। जिससे बच्ची और महिला का गला घोंटा गया है। महिला के बाएं हाथ पर कुछ निशान मिले हैं। ऐसा लगता है मौत से पहले वो कातिल के साथ जूझ रही थी। घटना को अंजाम देने वालों के कोई फिंगर प्रिंट फिलहाल नहीं मिले हैं। घर पर जूते भी पुलिस ने तलाशे जिनके लेस इस्तेमाल हुए मगर वो नहीं मिले हैं।
इस मामले में जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला को पहले मारा गया है। इसके बाद चूंकि बच्ची उस वक्त घर पर ही थी। उसने सब कुछ देख लिया इसलिए हत्यारों ने उसे भी नहीं छोड़ा और दोनों को मारकर पलंग में ठूंस दिया।
एडिशनल एसपी लखन पटले ने न्यूज़ T20 से चर्चा के दौरान बताया कि अब तक घटना के कारण साफ नहीं हो सके हैं। हम संदेहियों से पूछताछ कर रहे हैं।