नक्सली हमले में शहीद जवान के नाम पर सड़क का होगा नामकरण.. परिजनों को 50 लाख और सरकारी नौकरी देने का मुख्यमंत्री ने किया ऐलान
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर निवासी सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट शहीद हो गए। जवान की शहादत की खबर सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया। उनका शव सोमवार देर रात तक उनके पैतृक आवास पहुंचेगा। जनपद के गांव पचेंडा कलां निवासी विकास कुमार सिंघल सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन में डिप्टी कमांडेंट थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छत्तीसगढ़ में कर्तव्य पालन के दौरान मुजफ्फरनगर निवासी सीआरपीएफ के शहीद डिप्टी कमांडेंट विकास कुमार के शौर्य और वीरता को नमन करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद विकास कुमार के नाम पर करने की भी घोषणा की है। सीएम योगी ने शहीद के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार उनके साथ है। प्रदेश सरकार द्वारा शहीद के परिवार को हर सम्भव मदद प्रदान की जायेगी।
एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा बिछाई गई आईईडी सुरंग में हुए विस्फोट में डिप्टी कमांडेंट विकास कुमार सिंघल शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर देर रात तक उनके गांव पहुंचेगा। वहीं शहीद की खबर मिलने पर पूरे गांव में खामोशी छाई हुई है। जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद है। शहीद विकास सिंघल के पिता रविन्द्र सिंघल, जो प्रधानाचार्य के पद से रिटायर हुए हैं, शोक व्यक्त करने के लिये विकास सिंघल के घर लोगों का तांता लगा हुआ है। नक्सलियों के हमलें मेें शहीद हुए विकास सिंघल अपने पीछे माता-पिता के अलावा दो भाई व अपनी धर्मपत्नी तथा चार साल की बेटी व दो साल के बेटे को छोड़कर गये हैं।