कलेक्टर ने की धान खरीदी के लिए व्यवस्थाओं की समीक्षा.. जीरो शॉर्टेज की परंपरा कायम रखते हुये जिले में एक दिसंबर से होगी धान की खरीदी

इस वर्ष सात नये उपार्जन केन्द्र बने, साढ़े 32 हजार से अधिक किसानों का पंजीय

कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जल्द से जल्द सभी तैयारियां पूरी करने दिये निर्देश

कोरबा 25 नवम्बर 2020. कोरबा जिले में आगामी एक दिसम्बर से समर्थन मूल्य पर किसानों का धान खरीदने की तैयारियां तेजी से पूरी की जा रही है। पिछले सात वर्षों की परंपरा को कायम रखते हुये जिले में इस वर्ष भी जीरो शॉर्टेज पर धान खरीदी के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां, खरीदी शुरू होने के पहले ही पूरी करने के निर्देश जारी किये हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इस संबंध में समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों, राज्य सहकारी विपणन संघ, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक और लैम्पस के प्रबंधकों सहित खाद्य विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने धान खरीदी के लिए किसानों को खरीदी केन्द्रों पर सभी संभव सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होनें जीरो शॉर्टेज पर धान खरीदी के लिए समितियों और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अधिकारियों को जिला प्रशासन की तरफ से सभी संभव सहयोग भी देने का आश्वासन दिया।
कलेक्टर ने बैठक में पंजीकृत वास्तविक किसानों से ही धान खरीदने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्रीमती कौशल ने अनाधिकृत रूप से धान बेचने के लिए आने वाले व्यक्तियों की सूचना तत्काल जिला प्रशासन को देने के भी निर्देश उपस्थित अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि ऐसे अवैध रूप से बेचने की कोशिश करने वाले धान को जिला प्रशासन द्वारा जप्त करने की कार्रवाई की जायेगी और संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध भी नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी। कर्मचारी ऐसे किसी भी अवैध एवं अनाधिकृत धान बेचने के मामले की सूचना बिना किसी दबाव के सीधे अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया को दे सकते हैं। कलेक्टर ने धान खरीदी में लगे समिति प्रबंधकों और कर्मचारियों से भी ऐसी अवैध खरीदी नहीं करने की अपील की।


बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी धान खरीदी केन्द्रों में धान का क्रय मूल्य प्रदर्शित करने वाले बैनर अवश्य ही लगाये जाये। उन्होनें धान खरीदी केन्द्रों पर पीने के पानी की समुचित व्यवस्था सहित बिजली की व्यवस्था करने के भी निर्देश बैठक में दिये। कलेक्टर ने धान खरीदी केन्द्रों पर निर्मित चबूतरों पर ही सुरक्षित रूप से धान के बोरे रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्रीमती कौशल ने धान खरीदी केन्द्रों में जल निकासी की व्यवस्था और खरीदे गये धान को आकस्मिक बारिश से बचाने के लिए तालपत्री-केप कव्हर की भी पहले से ही व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होनें सभी धान खरीदी केन्द्रों में नापतौल के लिए कांटाबाट को संबंधित विभाग द्वारा जांच कराकर प्रमाणित कराने और सही तौल करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होनें धान रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में अच्छे बारदानों की भी समय रहते व्यवस्था कर लेने के निर्देश अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने धान खरीदी के समय किसानों से खरीदी जाने वाली धान की मात्रा को अनिवार्य रूप से उनकी ऋण पुस्तिका में इन्द्राज करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने धान में नमी की जांच के लिए सभी खरीदी केन्द्रों में आर्द्रतामापी यंत्रों की व्यवस्था करने और उनका कैलीबे्रसन खरीदी शुरू होने के पहले करा लेने के निर्देश भी दिये हैं। उन्होनें सभी धान खरीदी केन्द्रों में कम्प्यूटर, प्रिंटर, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर आदि संसाधनों की पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश भी बैठक में दिये।
महत्वपूर्ण बिन्दु
– 1 दिसम्बर 2020 से की जाएगी धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी।
– कोरबा जिले में 41 समितियों के 49 उपार्जन केन्द्रों पर होगी खरीदी।
– 32 हजार 589 किसानों ने कराया पंजीयन, पांच हजार 746 नये किसान हुये पंजीकृत।
– लगभग एक लाख 28 हजार 500 मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य
अब तक लगभग 21 लाख बारदानों की व्यवस्था पूर्ण।
– 14 नई समितियां बनी। मोरगा, कुल्हरिया, पिपरिया, कोथारी, फरसवानी, कनकी, पटियापाली, तुमान, नवापारा, नीरधी, कोरबी, अखरापाली, तिलकेजा, बरपाली।
– तीन धान उपार्जन उपकेन्द्र – उमरेली, केरवाद्वारी, कुदुरमाल।
– इस वर्ष सात नये उपार्जन केन्द्र शुरू होंगे। करतला विकासखण्ड में करईनारा, नोनबिर्रा और लबेद, कटघोरा विकासखण्ड में सुमेधा, पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में कुल्हरिया, पाली में नीरधी तथा कोरबा में दादर खुर्द में नये उपार्जन केन्द्र शुरू किये है।

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